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PLFI का एरिया कमांडर गजरा गिरफ्तार, गैंगरेप और हत्या समेत 15 नक्सली कांडों में था शामिल

पीएलएफआई का एरिया कमांडर गजरा को खूंटी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस इसे बड़ी कामयाबी मान रही है. गजरा गैंगरेप और हत्या समेत 15 नक्सली कांडों में शामिल रहा है.

Gajra arrested by khunti police
Gajra arrested by khunti police
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Published : Jun 16, 2022, 7:59 PM IST

Updated : Jun 16, 2022, 8:07 PM IST

खूंटी: नक्सलियों के खिलाफ खूंटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मुठभेड़ में मारे गए सबजोनल कमांडर लाका पहान का सहयोगी और उसके स्थान लेने वाले खूंटी और चाईबासा जिले का कुख्यात नक्सली गजरा कंडीर को पुलिस ने काड़ेपीड़ी के जंगल से खदेड़ कर गिरफ्तार किया है. इसके पास से पुलिस ने 8 एमएम के दो जिंदा कारतूस, पीएलएफआई पर्चा और चंदा रशीद बरामद किया है. गजरा कंडीर डायन बिसाही का आरोप लगाकर दंपती की हत्या, नाबालिग से गैंगरेप और दर्जनों हत्या समेत नक्सली कांडों का आरोपी है.

ये भी पढ़ें: पीएलएफआई का कुरियर ब्वॉय गिरफ्तार, चार साल से लेवी वसूल कर पहुंचाता था संगठन को

4 मई को मुरहू पुलिस ने सबजोनल कमांडर लाका पहान को मार गिराया था, उसके बाद से ही मुरहू, अड़की और बंडगांव इलाके में नक्सलियों की दहशत खत्म हो गई थी. दहशत कायम करने के लिए गजरा लगातार संगठन विस्तार में लगा हुआ था और नवयुवकों को प्रलोभन देकर संगठन में जोड़ने की रणनीति बना रहा था. संगठन विस्तार को लेकर खूंटी पुलिस भी नजर बनाए हुए थी, लेकिन पुलिस के लिए सरदर्द भी था कि अगर क्षेत्र में फिर से पीएलएफआई पनपा तो बड़ी चुनौती होगी. इसी को देखते हुए पुलिस ने कोशिश की और संगठन के एरिया कमांडर को गिरफ्तार कर लिया.

ओम प्रकाश तिवारी, डीएसपी, खूंटी

गजरा की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए तोरपा डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी ने बताया कि गजरा कंडीर 2019 को पीएलएफआई से जुड़ा और लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम देने लगा. इसके बाद सबजोनल कमांडर जिदन गुड़िया के दस्ते से जुड़ा लेकिन 21 दिसंबर 2020 को जिदन मुठभेड़ में मारा गया, उसके बाद लाका ने संगठन विस्तार शुरू किया लेकिन उसे भी पुलिस ने मुठभेड़ में मारा गिराया. लाका के मारे जाने के बाद गजरा संगठन विस्तार में लग गया.


डीएसपी ओपी तिवारी ने बताया कि एसपी अमन कुमार को सूचना मिली थी कि गजरा अपने दस्ता सदस्यों के साथ संगठन विस्तार और किसी नक्सली वारदात को अंजाम देने के लिए काड़ेपीड़ी जंगल मे एकत्रित हुए हैं. सूचना पर अभियान एसपी रमेश कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई जिसमें मुरहू थाना के प्रभारी थानेदार लक्ष्मण चौधरी, बलराम सिंह, संदीप कुमार और दिगंबर पांडेय काड़ेपीड़ी जंगल पहुंचे. पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे लेकिन पुलिस ने नक्सलियों को खदेड़ना शुरू कर दिया और गजरा पकड़ा गया. गजरा ने पुलिस को नक्सली नक्सली कांडों समेत गैंगरेप, डायन बिसाही में हत्या जैसे कई कांडों का खुलासा किया है. डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में दिए बयान के अनुसार पुलिस कार्रवाई कर रही है.


गजरा ने 3 फरवरी 2022 को एक नाबालिग का अपहरण कर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था. 10 जनवरी को अड़की के हड़दलामा में एक दंपती को घर से घसीट कर जंगल मे बेरहमी से पीटपीट कर हत्या, रंगदारी, मर्डर, पुलिस के साथ मुठभेड़ समेत कई नक्सली कांड शामिल है.

खूंटी: नक्सलियों के खिलाफ खूंटी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. मुठभेड़ में मारे गए सबजोनल कमांडर लाका पहान का सहयोगी और उसके स्थान लेने वाले खूंटी और चाईबासा जिले का कुख्यात नक्सली गजरा कंडीर को पुलिस ने काड़ेपीड़ी के जंगल से खदेड़ कर गिरफ्तार किया है. इसके पास से पुलिस ने 8 एमएम के दो जिंदा कारतूस, पीएलएफआई पर्चा और चंदा रशीद बरामद किया है. गजरा कंडीर डायन बिसाही का आरोप लगाकर दंपती की हत्या, नाबालिग से गैंगरेप और दर्जनों हत्या समेत नक्सली कांडों का आरोपी है.

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4 मई को मुरहू पुलिस ने सबजोनल कमांडर लाका पहान को मार गिराया था, उसके बाद से ही मुरहू, अड़की और बंडगांव इलाके में नक्सलियों की दहशत खत्म हो गई थी. दहशत कायम करने के लिए गजरा लगातार संगठन विस्तार में लगा हुआ था और नवयुवकों को प्रलोभन देकर संगठन में जोड़ने की रणनीति बना रहा था. संगठन विस्तार को लेकर खूंटी पुलिस भी नजर बनाए हुए थी, लेकिन पुलिस के लिए सरदर्द भी था कि अगर क्षेत्र में फिर से पीएलएफआई पनपा तो बड़ी चुनौती होगी. इसी को देखते हुए पुलिस ने कोशिश की और संगठन के एरिया कमांडर को गिरफ्तार कर लिया.

ओम प्रकाश तिवारी, डीएसपी, खूंटी

गजरा की गिरफ्तारी का खुलासा करते हुए तोरपा डीएसपी ओम प्रकाश तिवारी ने बताया कि गजरा कंडीर 2019 को पीएलएफआई से जुड़ा और लगातार नक्सली घटनाओं को अंजाम देने लगा. इसके बाद सबजोनल कमांडर जिदन गुड़िया के दस्ते से जुड़ा लेकिन 21 दिसंबर 2020 को जिदन मुठभेड़ में मारा गया, उसके बाद लाका ने संगठन विस्तार शुरू किया लेकिन उसे भी पुलिस ने मुठभेड़ में मारा गिराया. लाका के मारे जाने के बाद गजरा संगठन विस्तार में लग गया.


डीएसपी ओपी तिवारी ने बताया कि एसपी अमन कुमार को सूचना मिली थी कि गजरा अपने दस्ता सदस्यों के साथ संगठन विस्तार और किसी नक्सली वारदात को अंजाम देने के लिए काड़ेपीड़ी जंगल मे एकत्रित हुए हैं. सूचना पर अभियान एसपी रमेश कुमार के नेतृत्व में टीम बनाई गई जिसमें मुरहू थाना के प्रभारी थानेदार लक्ष्मण चौधरी, बलराम सिंह, संदीप कुमार और दिगंबर पांडेय काड़ेपीड़ी जंगल पहुंचे. पुलिस को देखते ही सभी भागने लगे लेकिन पुलिस ने नक्सलियों को खदेड़ना शुरू कर दिया और गजरा पकड़ा गया. गजरा ने पुलिस को नक्सली नक्सली कांडों समेत गैंगरेप, डायन बिसाही में हत्या जैसे कई कांडों का खुलासा किया है. डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में दिए बयान के अनुसार पुलिस कार्रवाई कर रही है.


गजरा ने 3 फरवरी 2022 को एक नाबालिग का अपहरण कर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया था. 10 जनवरी को अड़की के हड़दलामा में एक दंपती को घर से घसीट कर जंगल मे बेरहमी से पीटपीट कर हत्या, रंगदारी, मर्डर, पुलिस के साथ मुठभेड़ समेत कई नक्सली कांड शामिल है.

Last Updated : Jun 16, 2022, 8:07 PM IST
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