खूंटी: जिले में पत्थलगड़ी समर्थक ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं लेने दे रहे हैं. इस वजह से खूंटी प्रखंड अंतर्गत घाघरा, भंडरा, हकाडुवा और कांकी सहित अन्य गांव के ग्रामीण राशन, प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य योजनाओं का लाभ नहीं ले पा रहे हैं.
सरकारी योजनाओं का विरोध
खूंटी प्रखंड के ये सब वही गांव है, जहां से पत्थलगड़ी आंदोलन की शुरुवात हुई थी. भंडरा और कांकी इलाके के ग्रामीणों में आज भी खौफ का माहौल है, जो पहले था. पत्थलगड़ी के वैसे नेता जिस पर देशद्रोह समेत कई धाराओं के तहत पुलिस ने एफआईआर दर्ज भी की थी, जिसकी गिरफ्तारी नहीं होने के कारण वैसे नेता ग्रामीणों में अपनी धमक बरकरार रखने में कामयाबी हासिल कर रहे हैं.
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सरकारी योजनाओं का खुलकर विरोध
मामले में खूंटी प्रखंड प्रमुख रुकमिला देवी ने कहा कि खूंटी प्रखंड के घाघरा, भंडरा, हकाडुवा, कांकी सहित आसपास के गांव के ग्रामीणों में पत्थलगड़ी के नेताओं ने इतना खौफ पैदा कर दिया है कि वो सरकारी योजनाओं का खुलकर विरोध कर रहे हैं. यहां सरकारी योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाने का प्रयास असफल साबित हो रहा है. यहां के ग्रामीण किसी तरह की योजनाओं का लाभ लेने से इकार कर रहे हैं, जिससे क्षेत्र में विकास कार्य रुका हुआ है.
ग्रामीणों में डर का माहौल
प्रमुख रुकमिला देवी ने बताया कि कुछ नेता ऐसे भी हैं, जो खुद सरकारी लाभ ले रहे हैं, लेकिन ग्रामीणों के अंदर डर का माहौल पैदा कर दिए हैं. मामले में ईटीवी भारत की टीम ने जब भंडरा गांव के ग्रामीण से बात करने की कोशिश की, तो उनलोगों ने कैमरे के सामने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया. हालांकि, कुछ ग्रामीण दबी जुबान कह रहे थे कि जब तक उनका नेता करम सिंह मुंडा जेल से बाहर नहीं निकलते. वो सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं लेंगे और न किसी को लेने देंगे.