खूंटी: टोक्यो ओलंपिंक (Tokyo Olympics) मेंअर्जेंटीना के साथ खेले गए सेमीफाइनल मैच में भारतीय महिला हॉकी टीम कड़े मुकाबले में हार गई है. मुकाबले में अर्जेंटीना ने 2 गोल दागे थे जबकि भारत सिर्फ एक गोल कर सका. पूरे मैच में भारत की बेटियों की तरफ से शानदार प्रदर्शन किया गया. बेटियों के मैच को निक्की के गांव हेसल में भी पूरे उत्साह के साथ देखा गया. निक्की के माता-पिता और उसके स्कूल के कोच भी खेल का आनंद ले रहे थे.
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कांस्य पदक की उम्मीद
सेमीफाइनल में पेनाल्टी कार्नर को गोल में तब्दील नहीं करने के बाद भारतीय टीम अर्जेंटीना से पिछड़ गई और मुकाबला हार गई. टीम को मिली शिकस्त के बाद हेसल गांव के लोगों की हिम्मत अभी कम नहीं हुई है. निक्की के कोच दशरथ महतो और निक्की के माता पिता कांस्य पदक (Bronze Medal) के लिए उम्मीद लगाए हुए हैं. निक्की की मां भले ही हार से मायूस थी लेकिन उन्हें भी देश को कांस्य पदक मिलने की उम्मीद है. निक्की की मां ने कहा कि भगवान और बेटी पर पूरा भरोसा है. उनकी बेटी देश को पदक जरूर दिलाएगी. कोच दशरथ महतो ने भी निक्की पर पूरा भरोसा जताया है और कहा कि खूंटी की बेटी देश को निराश नहीं करेगी.
कांस्य पदक के लिए ग्रेट ब्रिटेन से होगा मुकाबला
सेमीफाइनल में हार के बाद भारतीय टीम कांस्य पदक (Bronze Medal) के लिए ग्रेट ब्रिटेन की टीम से मुकाबला करेगी. दोनों टीमों के बीच ये मुकाबला शुक्रवार (6 अगस्त 2021) को होगा. मुकाबले में जीतने वाली टीम को कांस्य पदक मिलेगा.