खूंटी: उपकारा में बंद विचाराधीन नक्सली रमय मुंडा की मौत शनिवार सुबह 8:30 के करीब हो गई. किसी अज्ञात बीमारी को लेकर उसे सदर अस्पताल इलाज के लिए शुक्रवार दोपहर एडमिट किया गया था.
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सदर अस्पताल में हुई मौत
उपकारा के कंपाउंडर ने जेलर को बताया था कि कैदी की तबीयत ज्यादा खराब है. इसे जल्द ही अस्पताल भेजा जाए. इसके बाद शुक्रवार को उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी मौत हो गई.
जेलर पर भी उठे सवाल
सदर अस्पताल पहुंचे जेल के जवानों ने बताया कि कैदी को जब अस्पताल लाया गया था. उस वक्त उसकी स्थिति बहुत गंभीर थी. स्थिति को देखते हुए उसे रिम्स रेफर करने को कहा गया. आरोप है कि इसके बाद भी जेलर ने एक न सुनी और ये कहकर अस्पताल में रहने दिया कि रात भर रहने दिया जाए सुबह देखा जाएगा. कैदी की शनिवार सुबह मौत हो गई. जानकारी के अनुसार विचाराधीन कैदी के खिलाफ जिले के मुरहू थाना के कांड संख्या 18/18 के तहत 146, 148,149, 341, 342, 427, 452, 365, 380, 376(d) 504, 506 आईपीसी 3/4 डायन प्रताड़ना और खूंटी थाना में कांड संख्या 119/19 के तहत 302,34 IPC 27 आर्म्स एक्ट 17 सीएलए दर्ज है. इन कांडों के तहत इसे 16 मार्च 2020 को गिरफ्तार किया गया था.