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नीलकंठ सिंह मुंडा ने खूंटी पुलिस की कार्यशैली पर उठाये सवाल, कहा- कार्रवाई से पहले करें जांच

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Published : Jan 24, 2022, 11:33 AM IST

विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने खुंटी पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पुलिस सिर्फ निर्दोष लोगों पर कार्रवाई कर रही है. उन्होंने कहा कि बिना जांच पड़ताल किए तीन आदिवासी युवकों को अफीम तस्करी के आरोप में जेल भेज दिया गया. अब अदालत ने साक्ष्य के अभाव में रिहा कर दिया है. इसका देनदार कौन होगा.

MLA Neelkanth Singh Munda
विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने खूंटी पुलिस की कार्यशैली पर उठाया सवाल

खूंटीः अफीम की खरीद बिक्री के संदेह पर जिला पुलिस ने कुछ युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस मामले में पुलिस ने अदालत में गीला काला पदार्थ साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया. जिसकी फॉरेंसिक लैंब में जांच की गई तो वो चीनी निकला. इसके बाद गिरफ्तार युवकों को बरी करते हुए केस खत्म कर दिया गया है. इस वजह से खूंटी पुलिस की बड़ी फजीहत हुई है. अब यह मालमा तूल पकड़ने लगा है. पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कार्रवाई से पहले मामले की जांच कर लें, ताकि निर्दोष व्यक्ति सजा नहीं भुगते.

यह भी पढ़ेंःखूंटी पुलिस को नहीं पता चीनी और अफीम का फर्क! FSL जांच में युवकों से बरामद पदार्थ निकली चीनी, अब हो रही फजीहत

पुलिस की ओर से लगातार अफीम के खेतों पर डंडा चलाया जाता है. लेकिन साल दर साल अफीम की खेती में बढ़ोतरी ही हो रही है. अफीम की खेती से आम आवाम को हटाकर अन्य कृषि कार्यों से जोड़कर किसानों की आय दोगुनी करने की योजना है. इसके बावजूद नक्सलियों और अफीम तस्करों के चंगुल में फंसकर ग्रामीण बड़े पैमाने पर चोरी छुपे अफीम की खेती करते हैं. स्थिति यह है कि कई ग्रामीण अफीम की खेती को लेकर जेल में बंद हैं. इसमें कई बेगुनाह ग्रामीण भी शामिल हैं.

विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि खूंटी पुलिस लगातार अफीम को खेत में ट्रैक्टर चलाकर नष्ट करती है. इसके बावजूद अफीम की खेती को रोकने में पुलिस नाकाम है. खूंटी को नशामुक्त जिला बनाने की दिशा में अफीम की खेती बाधक है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कई योजनाएं संचालित की गई थी. इसमें जोहार योजना, रूर्बन मिशन योजना, लेमन ग्रास की खेती, बिरसा हरित ग्राम योजना आदि शामिल हैं. इसके साथ ही लेमन ग्रास प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाया गया, ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके. लेकिन वर्तमान सरकार के ढुलमुल रवैये की वजह से किसानों की आय पर पानी फिर गया है.

विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा

विधायक ने कहा कि हेमंत सरकार जनहित और किसानों से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन में नाकाम है. उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं से किसानों की आय दोगुनी होती है. वह योजनाएं भी अधर में लटका दी गयी हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण को विकास योजनाओं से जोड़ने के बदले जेल में बंद कर रही है सरकार. बता दें कि मारंगहदा थाने की पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए युवकों के पास से बरामद अफीम एफएसएल जांच में चीनी निकल गई. इसके बाद खूंटी कोर्ट ने केस को डिसमिस करते हुए युवकों को बरी कर दिया है. पुलिस की करतूत की वजह से तीन आदिवासी युवकों को सात माह जेल की सजा काटनी पड़ी.

खूंटीः अफीम की खरीद बिक्री के संदेह पर जिला पुलिस ने कुछ युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस मामले में पुलिस ने अदालत में गीला काला पदार्थ साक्ष्य के रूप में प्रस्तुत किया. जिसकी फॉरेंसिक लैंब में जांच की गई तो वो चीनी निकला. इसके बाद गिरफ्तार युवकों को बरी करते हुए केस खत्म कर दिया गया है. इस वजह से खूंटी पुलिस की बड़ी फजीहत हुई है. अब यह मालमा तूल पकड़ने लगा है. पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि कार्रवाई से पहले मामले की जांच कर लें, ताकि निर्दोष व्यक्ति सजा नहीं भुगते.

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पुलिस की ओर से लगातार अफीम के खेतों पर डंडा चलाया जाता है. लेकिन साल दर साल अफीम की खेती में बढ़ोतरी ही हो रही है. अफीम की खेती से आम आवाम को हटाकर अन्य कृषि कार्यों से जोड़कर किसानों की आय दोगुनी करने की योजना है. इसके बावजूद नक्सलियों और अफीम तस्करों के चंगुल में फंसकर ग्रामीण बड़े पैमाने पर चोरी छुपे अफीम की खेती करते हैं. स्थिति यह है कि कई ग्रामीण अफीम की खेती को लेकर जेल में बंद हैं. इसमें कई बेगुनाह ग्रामीण भी शामिल हैं.

विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि खूंटी पुलिस लगातार अफीम को खेत में ट्रैक्टर चलाकर नष्ट करती है. इसके बावजूद अफीम की खेती को रोकने में पुलिस नाकाम है. खूंटी को नशामुक्त जिला बनाने की दिशा में अफीम की खेती बाधक है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासनकाल में किसानों की आय दोगुनी करने के लिए कई योजनाएं संचालित की गई थी. इसमें जोहार योजना, रूर्बन मिशन योजना, लेमन ग्रास की खेती, बिरसा हरित ग्राम योजना आदि शामिल हैं. इसके साथ ही लेमन ग्रास प्रोसेसिंग प्लांट भी लगाया गया, ताकि किसानों की आय दोगुनी हो सके. लेकिन वर्तमान सरकार के ढुलमुल रवैये की वजह से किसानों की आय पर पानी फिर गया है.

विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा

विधायक ने कहा कि हेमंत सरकार जनहित और किसानों से संबंधित योजनाओं के क्रियान्वयन में नाकाम है. उन्होंने कहा कि जिन योजनाओं से किसानों की आय दोगुनी होती है. वह योजनाएं भी अधर में लटका दी गयी हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण को विकास योजनाओं से जोड़ने के बदले जेल में बंद कर रही है सरकार. बता दें कि मारंगहदा थाने की पुलिस की ओर से गिरफ्तार किए युवकों के पास से बरामद अफीम एफएसएल जांच में चीनी निकल गई. इसके बाद खूंटी कोर्ट ने केस को डिसमिस करते हुए युवकों को बरी कर दिया है. पुलिस की करतूत की वजह से तीन आदिवासी युवकों को सात माह जेल की सजा काटनी पड़ी.

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