खूंटीः जिला में लगातार हो रही बारिश आफत बनकर बरस (Incessant rain in Khunti) रही है. तेज हवा और बारिश के कारण रांची-खूंटी मुख्य मार्ग पर दर्जनों पेड़ गिरने से एनएच 75ई पांच घंटे तक बाधित रहा. जबकि खूंटी-सिमडेगा, खूंटी-तमाड़ की मुख्य सड़कों पर भी जगह-जगह पेड़ गिर गए. जिससे सड़कों पर गाड़ियों की लंबी कतार लग गयी. सड़क किनारे कई दुकानों पर पेड़ गिरे जबकि मुरहू के गनलोया में एक कच्चा मकान तेज बारिश के कारण ढह गया. इसके अलावा बारिश से इलाके की नदियों को पानी से भर (Water increased in Hirni and Panchghagh Falls) दिया है.
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खूंटी जिला के तोरपा प्रखंड क्षेत्र के तपकारा स्तिथ कारो नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है. दोपहर बाद से लगातार जलस्तर बढ़ने से नदी के ऊपर से पानी बह (Karo river in spate) रहा है. देर शाम तक पानी नदी में बने पुल के ऊपर से बहने लगा. तपकारा आने जाने वालों ले लिए नदी पार करना खतरे से कम नहीं है. कारो नदी में बढ़ता जलस्तर को देख लोग वापस लौट गए (Life affected due to rain) और रात बिताने के लिए लोग रिश्तेदारों के यहां ही रूकना मुनासिब समझा.
खूंटी जिला के तपकारा स्थित कारो नदी उफान पर (continuous and heavy rain) है और जिला का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पंचघाघ में भी पानी लबालब भरा है. वहीं चाईबासा जिला का हिरनी फॉल चार मीटर से ऊपर पानी बह रहा है जिससे दृश्य मनमोहक हो गया. लगातार हो रही बारिश ने खूंटी के पड़ोस के पश्चिमी सिंहभूम जिला के बंदगांव प्रखंड के हिरनी फॉल में पानी बढ़ गया है, साथ ही नदियां उफान पर हैं. मूसलाधार और लगातार बारिश के कारण पहाड़ी नदियां भर गयी हैं. इस कारण हिरनी फॉल के झरना से चार मीटर से भी ऊपर से पानी ऊपर बह रहा है. हिरनी फॉल पर्यटकों के लिए एक दार्शनिक स्थल है. यहां पर्यावरण का आनंद लेने के लिए दूर-दराज से पर्यटक आते हैं. बरसात के दिनों में यह क्षेत्र काफी सुहावना हो जाता है.
बारिश के मौसम में हिरनी फॉल में जलस्तर काफी बढ़ जाता है. लेकिन पिछले दिनों से लगातार बारिश से हिरनी फॉल में पानी का स्तर काफी बढ़ने से दुर्घटना होने की संभावना बढ़ जाती है. जिस कारण पर्यटकों को हिरनी फॉल के समीप जाने की मनाही रहती है. यह फॉल घने जंगल में स्थित होने के कारण यहां का दृश्य काफी सुहावना होता है. जिस कारण लोग जंगल और जलप्रपात का आनंद लेने आते हैं.