खूंटी: उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल में फंसे कर्रा प्रखंड क्षेत्र के मजदूर विजय होरो ने शुक्रवार रात अपनी पत्नी सनरती होरो से फोन पर बात की. इस दौरान उन्होंने घर और परिवार का हाल जाना. बातचीत के दौरान विजय ने सात महीने के बेटे के बारे में पूछा, वहीं अपने बूढ़े पिता का हाल भी जाना. विजय ने बताया कि वह ठीक हैं और जल्द ही टनल से बाहर आएंगे. इतना सुनते ही पत्नी सिसक सिसक कर रोने लगी. पत्नी ने कहा कि बच्चे का दूध कहां से लाऊंगी और फोन कट गया.
खूंटी में कर्रा प्रखंड में गुमडु के रहने वाले विजय होरो के बुजुर्ग पिता अर्जुन मुंडा ने कहा बताया कि बेटे के टनल में फंसे होने के बाद से ही कुछ खाने-पीने का मन नहीं करता. दिनभर एक ही खबर सुनने को बेचैन रहता है कि बेटा टनल से निकल गया है. अब तो सिर्फ एक ही सहारा है ऊपर वाला का जैसे-जैसे समय बढ़ता जा रहा है, मन घबरा रहा है. उन्होंने कहा कि उन लोगों के बारे में कहा जा रहा था कि वे गुरुवार सुबह टनल से बाहर आ जाएंगे, लेकिन फिर कहा गया कि ऐसी कोई बात है, अभी और वक्त लगेगा. लेकिन शुक्रवार रात जब बेटे का फोन आया तो दिल को तसल्ली हुई. हालांकि बुजुर्ग पिता की विजय से बात नहीं हो पाई.
विजय के पिता ने बताया कि शनिवार सुबह बहू ने बताया कि विजय ने फोन किया था और बताया कि वह ठीक हैं और आपको चिंता करने नहीं करने के लिए कहा है. तब जाकर उन्हें थोड़ी तसल्ली हुई. उन्होंने कहा कि उन्हे पूरा भरोसा है कि भगवान बेटे से जरूर मिलवाएगा.
इधर, विजय की पत्नी सनरती होरो अपनी गोद में 7 माह के बेटे को लिए सिसक सिसक कर कह रही है कि दिल बहुत परेशान है. सब्र की भी सीमा होती है, जो अब टूट रहा है. हर रोज यही कामना के साथ परिवार खुद को ढांढस दे रहे है की जल्द ही सब ठीक हो जाएगा. टनल में फंसे मजदूरों ने अपने परिवार से बातचीत की खबर गांव वालों को मिलते ही घरों में लोग जुटने लगे और गांव वालों में खुशी की लहर दौड़ गई.
कर्रा प्रखंड क्षेत्र से लगभग 24 से अधिक मजदूर उत्तराखंड के उत्तरकाशी के टनल में काम करने गए हैं. इसमे तीन मजदूर टनल में फंसे हैं. जबकि बाकी मजदूर सही सलामत हैं.
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