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खूंटी: नक्सलियों के खात्मे के साथ-साथ उनकी संपत्तियों को खंगाल रही पुलिस, आत्मसमर्पण करने की भी अपील

आतंक मचाने वाले नक्सलियों को पुलिस चुनचुन कर मुठभेड़ में मार रही है. प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी हो या पीएलएफआई (PLFI), दोनों संगठनों के खिलाफ खूंटी पुलिस का अभियान सफलतापूर्वक चल रहा है.

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Published : Jul 24, 2021, 5:30 PM IST

khunti police investigating about naxalite properties
खूंटी: नक्सलियों के खात्मे के साथ-साथ उनकी संपत्तियों को खंगाल रही पुलिस, सरकार की आत्मसमर्पण नीति को लेकर अलर्ट

खूंटी: खूंटी पुलिस एक-एक करके इनामी नक्सलियों का एनकाउंटर में सफाया करती जा रही है. खूंटी, चाईबासा, गुमला और गुमला जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में प्रतिबंधित पीएलएफआई और भाकपा माओवादी लगातार अपनी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है. हत्या, आगजनी, लेवी वसूली, रंगदारी समेत कई उग्रवादी गतिविधियों से खूंटी जिला समेत सीमावर्ती इलाका भी अशांत हो जाता है. दो साल के अंदर पुलिस ने 15 कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है.

इसे भी पढ़ें- PLFI का एरिया कमांडर अजय पूर्ति समेत 7 नक्सली गिरफ्तार, कई कांडों में था शामिल

38 लाख रुपए के इनामी कुल पांच नक्सलियों के साथ-साथ 22 अत्याधुनिक हथियार, 1206 जिंदा कारतूस और दर्जनों केन बम और बम बरामद किए गए हैं. कई बार पुलिस ऑपेरशन में नक्सलियों की भिड़ंत भी होती है. बावजूद इसके नक्सली मुख्यधारा में लौटने की मंशा नहीं बनाते हैं. नक्सलियों की मुख्यधारा में नहीं लौटने से पुलिस बलों की ओर से लगातार ऑपरेशन चलाकर उन्हें सबक भी सिखाया जा रहा है. 2019-2020 और 21 में भाकपा माओवादी से लेकर पीएलएफआई के 15 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद पुलिस के हौसले बुलंद हैं.

एसपी आशुतोष शेखर

नक्सलियों की संपत्ति खंगाल रही पुलिस

खूंटी पुलिस ने जिले में और जिले के बाहर सीमावर्ती जिलों और सीमावर्ती राज्यों में सक्रिय सभी नक्सलियों की सूची बना ली है. हालांकि पुलिस कप्तान ने इस मसले पर खुलासा करने से अभी इंकार किया है, लेकिन पीएलएफआई के कुख्यात नक्सली (Notorious Naxalites of PLFI) जिदन गुड़िया और शनिचर सुरिन के खात्मे के बाद अब अन्य सभी इनामी और गैर इनामी नक्सली और उग्रवादियों को सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ लेने के लिए विज्ञापन और अन्य माध्यमों से प्रचार प्रसार किया है. बावजूद जिले में सक्रिय नक्सली अपने हथियार डालने को तैयार नहीं है. नक्सलियों का पुलिस के सामने हथियार नहीं डालने से खूंटी पुलिस का काम भी आसान हो गया है. लगातार सूचना तंत्र को मजबूत बनाकर जंगलों में ऑपेरशन और सर्च अभियान चलाये जाने से नक्सलियों के पांव जंगलों से उखाड़ने लगे हैं. हाल के दिनों में हुए मुठभेड़ के बाद से खूंटी पुलिस एक बार फिर नक्सलियों को मुख्यधारा से जुड़ने का संदेश भिजवा रही है. पहले की तरह खूंटी पुलिस कई माध्यमों से नक्सलियों को सरकार की सरेंडर पॉलिसी से जुड़ने की अपील कर रही है. मुख्यधारा से नहीं जुड़ने वालों के खिलाफ खूंटी पुलिस भी गोली का जवाब गोली से देने को तैयार है.

पीएलएफआई सुप्रीमो का चाईबासा में स्कूल

इधर, पुलिस सूत्रों की मानें तो 15 अगस्त से पहले जिले के कई बड़े नक्सली खूंटी पुलिस के सामने हथियार डाल सकते हैं. हथियार डालने वाले नक्सली पुलिस के संपर्क में भी हैं. हालांकि एसपी आशुतोष शेखर ने इससे इंकार किया है. उन्होंने कहा कि अभी बताना जल्दबाजी होगी. समय आने पर जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा. हाल ही के दिनों में पुलिस को पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का चाईबासा में स्कूल होने का खुलासा हुआ है. हालांकि एसपी ने कहा कि जांच जारी है और चिन्हित नक्सलियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई जल्द ही शुरू होगी.

दो सालों के अंदर मारे गए नक्सलियों की सूची और बरामद अत्याधुनिक हथियार

  1. 29/01/2019 को अड़की थाना क्षेत्र के तिरला जंगल में पुलिस ने पांच नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था, जिसमें दो लाख के इनामी नक्सली प्रभु सहाय बोदरा, संत थोमस सोय, संजय ओडेया, जोहन तोपनो और एक अज्ञात नक्सली शामिल था. सर्च अभियान के दौरान 2 AK 47.315 का दो राइफल, एक विदेशी पिस्टल, 3 देशी पिस्टल और 264 कारतूस बरामद

2. 14/2/19 को रनिया थाना क्षेत्र के जामटोली मोरंबीर जंगल में हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली बिक्रम तोपनो मारा गया. इसके पास से पुलिस ने एक विदेशी हथियार HK33,5.56x 45 mark राइफल और 197 कारतूस बरामद किया था. इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल हुए थे, जिसमें दो नक्सली बाद में गिरफ्तार किए गए

3. 24/2/19 खूंटी के टूरुंडू और गुमला के कामडारा जंगलों में हुए मुठभेड़ 10 लाख के इनामी नक्सली गुज्जु गोप उर्फ करण उर्फ दादा, विष्णु सिंह और समीर कंडुलना मुठभेड़ में मारा गया. मारे गए नक्सलियों से पुलिस ने 2 AK 47 राइफल, 2 फॉरेन पिस्टल, 1 9MM पिस्टल, 1 देसी पिश्ताक और 191 कारतूस बरामद हुआ

4. 4/4/20 खूंटी चाईबासा से सीमांत जंगलों में हुए मुठभेड़ के दौरान भाकपा माओवादी के तीन हार्डकोर नक्सली मारे गए. चिरूंग टोला के रेडा गांव के जंगल में सोना माही उर्फ प्रियंका, सनिका चंपिया और शांति पूर्ति मुठभेड़ में ढेर हुआ. इन नक्सलियों से पुलिस ने 2 राइफल, 2 देसी राइफल, 460 कारतूस और 15 बम बरामद हुआ.

5. 17/12/20 को रनिया के सिमाना क्षेत्र गुदड़ी के जंगलों में हुए मुठभेड़ में मारा का बिहार के नवादा जिला निवासी पीएलएफआई सोनू कुमार. इसके पास एक राइफल बरामद हुआ था, जबकि कई बड़े नक्सली भाग निकले थे.

इसे भी पढ़ें- PLFI के हथियार सप्लाई चेन पर रांची पुलिस का वार, दिनेश गोप सहित तीन गिरफ्तार

6. 21/12/20 को मुरहू के क्योंसार जंगल में 15 लाख का कुख्यात इनामी नक्सली पीएलएफआई का सब जोनल कमांडर जिदन गुड़िया मारा गया. एक AK 47, 175 कारतूस समेत तीन दर्जन मोबाईल और लाखों नकद बरामद हुआ था

7. 16/7/21 को रनिया और गुदड़ी के बड़ाकेसल जंगल में हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली शनीचर सुरीन मारा गया. इसके पास दो पिस्टल और 22 कारतूस बरामद हुआ था. घटनास्थल से पुलिस ने 8 हाई स्पीड बाइक और नक्सली दस्तावेज बरामद किया था.

8. खूंटी पुलिस दो साल के अंदर 38 लाख के 5 बड़े कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया. कुल आकड़ों की बात करें, तो अबतक 15 नक्सली मारे जा चुके हैं. जबकि कुल 22 अत्याधुनिक हथियार और 1206 कारतूस बरामद हुआ.

खूंटी: खूंटी पुलिस एक-एक करके इनामी नक्सलियों का एनकाउंटर में सफाया करती जा रही है. खूंटी, चाईबासा, गुमला और गुमला जिले के सुदूरवर्ती इलाकों में प्रतिबंधित पीएलएफआई और भाकपा माओवादी लगातार अपनी गतिविधियों को अंजाम देता रहा है. हत्या, आगजनी, लेवी वसूली, रंगदारी समेत कई उग्रवादी गतिविधियों से खूंटी जिला समेत सीमावर्ती इलाका भी अशांत हो जाता है. दो साल के अंदर पुलिस ने 15 कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया है.

इसे भी पढ़ें- PLFI का एरिया कमांडर अजय पूर्ति समेत 7 नक्सली गिरफ्तार, कई कांडों में था शामिल

38 लाख रुपए के इनामी कुल पांच नक्सलियों के साथ-साथ 22 अत्याधुनिक हथियार, 1206 जिंदा कारतूस और दर्जनों केन बम और बम बरामद किए गए हैं. कई बार पुलिस ऑपेरशन में नक्सलियों की भिड़ंत भी होती है. बावजूद इसके नक्सली मुख्यधारा में लौटने की मंशा नहीं बनाते हैं. नक्सलियों की मुख्यधारा में नहीं लौटने से पुलिस बलों की ओर से लगातार ऑपरेशन चलाकर उन्हें सबक भी सिखाया जा रहा है. 2019-2020 और 21 में भाकपा माओवादी से लेकर पीएलएफआई के 15 से ज्यादा नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराने के बाद पुलिस के हौसले बुलंद हैं.

एसपी आशुतोष शेखर

नक्सलियों की संपत्ति खंगाल रही पुलिस

खूंटी पुलिस ने जिले में और जिले के बाहर सीमावर्ती जिलों और सीमावर्ती राज्यों में सक्रिय सभी नक्सलियों की सूची बना ली है. हालांकि पुलिस कप्तान ने इस मसले पर खुलासा करने से अभी इंकार किया है, लेकिन पीएलएफआई के कुख्यात नक्सली (Notorious Naxalites of PLFI) जिदन गुड़िया और शनिचर सुरिन के खात्मे के बाद अब अन्य सभी इनामी और गैर इनामी नक्सली और उग्रवादियों को सरकार की आत्मसमर्पण नीति का लाभ लेने के लिए विज्ञापन और अन्य माध्यमों से प्रचार प्रसार किया है. बावजूद जिले में सक्रिय नक्सली अपने हथियार डालने को तैयार नहीं है. नक्सलियों का पुलिस के सामने हथियार नहीं डालने से खूंटी पुलिस का काम भी आसान हो गया है. लगातार सूचना तंत्र को मजबूत बनाकर जंगलों में ऑपेरशन और सर्च अभियान चलाये जाने से नक्सलियों के पांव जंगलों से उखाड़ने लगे हैं. हाल के दिनों में हुए मुठभेड़ के बाद से खूंटी पुलिस एक बार फिर नक्सलियों को मुख्यधारा से जुड़ने का संदेश भिजवा रही है. पहले की तरह खूंटी पुलिस कई माध्यमों से नक्सलियों को सरकार की सरेंडर पॉलिसी से जुड़ने की अपील कर रही है. मुख्यधारा से नहीं जुड़ने वालों के खिलाफ खूंटी पुलिस भी गोली का जवाब गोली से देने को तैयार है.

पीएलएफआई सुप्रीमो का चाईबासा में स्कूल

इधर, पुलिस सूत्रों की मानें तो 15 अगस्त से पहले जिले के कई बड़े नक्सली खूंटी पुलिस के सामने हथियार डाल सकते हैं. हथियार डालने वाले नक्सली पुलिस के संपर्क में भी हैं. हालांकि एसपी आशुतोष शेखर ने इससे इंकार किया है. उन्होंने कहा कि अभी बताना जल्दबाजी होगी. समय आने पर जल्द ही खुलासा कर दिया जाएगा. हाल ही के दिनों में पुलिस को पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप का चाईबासा में स्कूल होने का खुलासा हुआ है. हालांकि एसपी ने कहा कि जांच जारी है और चिन्हित नक्सलियों की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई जल्द ही शुरू होगी.

दो सालों के अंदर मारे गए नक्सलियों की सूची और बरामद अत्याधुनिक हथियार

  1. 29/01/2019 को अड़की थाना क्षेत्र के तिरला जंगल में पुलिस ने पांच नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया था, जिसमें दो लाख के इनामी नक्सली प्रभु सहाय बोदरा, संत थोमस सोय, संजय ओडेया, जोहन तोपनो और एक अज्ञात नक्सली शामिल था. सर्च अभियान के दौरान 2 AK 47.315 का दो राइफल, एक विदेशी पिस्टल, 3 देशी पिस्टल और 264 कारतूस बरामद

2. 14/2/19 को रनिया थाना क्षेत्र के जामटोली मोरंबीर जंगल में हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली बिक्रम तोपनो मारा गया. इसके पास से पुलिस ने एक विदेशी हथियार HK33,5.56x 45 mark राइफल और 197 कारतूस बरामद किया था. इस मुठभेड़ में कई नक्सली घायल हुए थे, जिसमें दो नक्सली बाद में गिरफ्तार किए गए

3. 24/2/19 खूंटी के टूरुंडू और गुमला के कामडारा जंगलों में हुए मुठभेड़ 10 लाख के इनामी नक्सली गुज्जु गोप उर्फ करण उर्फ दादा, विष्णु सिंह और समीर कंडुलना मुठभेड़ में मारा गया. मारे गए नक्सलियों से पुलिस ने 2 AK 47 राइफल, 2 फॉरेन पिस्टल, 1 9MM पिस्टल, 1 देसी पिश्ताक और 191 कारतूस बरामद हुआ

4. 4/4/20 खूंटी चाईबासा से सीमांत जंगलों में हुए मुठभेड़ के दौरान भाकपा माओवादी के तीन हार्डकोर नक्सली मारे गए. चिरूंग टोला के रेडा गांव के जंगल में सोना माही उर्फ प्रियंका, सनिका चंपिया और शांति पूर्ति मुठभेड़ में ढेर हुआ. इन नक्सलियों से पुलिस ने 2 राइफल, 2 देसी राइफल, 460 कारतूस और 15 बम बरामद हुआ.

5. 17/12/20 को रनिया के सिमाना क्षेत्र गुदड़ी के जंगलों में हुए मुठभेड़ में मारा का बिहार के नवादा जिला निवासी पीएलएफआई सोनू कुमार. इसके पास एक राइफल बरामद हुआ था, जबकि कई बड़े नक्सली भाग निकले थे.

इसे भी पढ़ें- PLFI के हथियार सप्लाई चेन पर रांची पुलिस का वार, दिनेश गोप सहित तीन गिरफ्तार

6. 21/12/20 को मुरहू के क्योंसार जंगल में 15 लाख का कुख्यात इनामी नक्सली पीएलएफआई का सब जोनल कमांडर जिदन गुड़िया मारा गया. एक AK 47, 175 कारतूस समेत तीन दर्जन मोबाईल और लाखों नकद बरामद हुआ था

7. 16/7/21 को रनिया और गुदड़ी के बड़ाकेसल जंगल में हुए मुठभेड़ में 10 लाख का इनामी नक्सली शनीचर सुरीन मारा गया. इसके पास दो पिस्टल और 22 कारतूस बरामद हुआ था. घटनास्थल से पुलिस ने 8 हाई स्पीड बाइक और नक्सली दस्तावेज बरामद किया था.

8. खूंटी पुलिस दो साल के अंदर 38 लाख के 5 बड़े कुख्यात नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया. कुल आकड़ों की बात करें, तो अबतक 15 नक्सली मारे जा चुके हैं. जबकि कुल 22 अत्याधुनिक हथियार और 1206 कारतूस बरामद हुआ.

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