खूंटीः जिले में अवैध अफीम की खेती (Illegal opium cultivation in Khunti) रूक नहीं रही है. स्थिति यह है कि पिछले पांच सालों से लगातार अफीम की खेती में बढ़ोतरी दर्ज किया जा रहा है. हालांकि, खूंटी जिला प्रशासन अफीम की खेती के खिलाफ सख्त अभियान चलाने का निर्णय लिया है. अभियान के दौरान सिर्फ खेती नष्ट नहीं किया जाएगा, बल्कि खेती करने वालों को चिन्हित कर उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
यह भी पढ़ेंः पुलिस के लिए मुसीबत बनी अफीम, फसल नष्ट करने के दौरान आंख और फेफड़ों पर हो रहा असर
जिले में अवैध अफीम की खेती पर लगाम लगाने को जिला प्रशासन की ओर से तीन बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में सभी थाना प्रभारियों और अंचलाधिकारियों को बुलाया गया था. थाना प्रभारी और अंचलाधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में अफीम की खेती को चिन्हित करेंगे. इसके साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी निगरानी करेंगे. इसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. लापरवाह पदाधिकारियों पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी.
डीसी और एसपी भी अफीम की खेती बंद कराने को लेकर बैठक की है. डीसी शशि रंजन ने बताया कि थाना प्रभारी के साथ साथ अंचलाधिकारी को अफीम की खेती के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया है. इसके साथ ही कई स्तर पर टास्क फोर्स बनाया गया है, जो कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि अनुमंडल पदाधिकारी के साथ साथ एसपी निगरानी कर रहे हैं, ताकि किसी स्तर पर कोताही नहीं बरती जाए. डीसी ने कहा कि पहले कार्रवाई के दौरान अफीम की खेती को नष्ट किया जाता था. लेकिन अब खेती नष्ट करने के साथ साथ खेती करने वालों को खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. इसके साथ ही खेती करवाने वालों को भी चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी.