खूंटी: पंचघाघ में बुधवार को खूंटी जिला प्रशासन ने पूरे उत्साह के साथ गीत-संगीत, पारंपरिक आदिवासी नृत्य और फिल्मी धुनों के साथ पर्यटन दिवस का आनंद लिया. कल-कल करती पंचघाघ की धारा के बीच एक तरफ पाइका नृत्य, तो दूसरी तरफ हिंदी के मधुर संगीत ने पर्यटन स्थल की छटा में चार चांद लगा दी.
वहीं, आदिवासी परिधान में नए कलेवर में फैशन शो का भी आयोजन किया गया. साथ ही पर्यटन दिवस को लेकर एक स्मारिका का भी विमोचन किया गया. पर्यटन दिवस में शामिल जिलावासियों ने जमकर पर्यटन दिवस का आनंद लिया. पद्मश्री सम्मानित मधु मंसूरी ने भी अपने मधुर नागपुरी गीतों से पर्यटन स्थल की रौनक बढ़ा दी. पद्मभूषण सम्मानित पूर्व सांसद कड़िया मुंडा, जिले के उपायुक्त, एसपी और पद्मश्री सम्मानित मधु मंसूरी ने आदिवासी ढोल नगाड़ों के साथ जमकर पर्यटन दिवस का आनंद लिया.
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पूर्व सांसद कड़िया मुंडा ने पर्यटन पर्व के अवसर पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड की पहचान यहां की संस्कृति से है और इसका प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए. जिले के उपायुक्त सूरज कुमार ने कहा कि खूंटी में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं, हर मौसम में पर्यटक यहां आ सकें इसकी व्यवस्था की जा रही है. खूंटी जिले की प्राकृतिक सौन्दर्य को झारखंड से बाहर के लोग भी आकर निहार सकें. इसकी पहल की जा चुकी है, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा.
मुख्य अतिथि के तौर पर पद्मभूषण अलंकृत पूर्व सांसद कड़िया मुंडा और पद्मश्री सम्मानित मधु मंसूरी शामिल थे, जिले के उपायुक्त सूरज कुमार, एसपी आशुतोष शेखर समेत जिले के सभी पदाधिकारी, पुलिस बल, जिले के गणमान्य लोग और स्थानीय कलाकार शामिल थे.