खूंटीः 2020 में खूंटी पुलिस को लगातार मिली सफलता के बाद अब जिला में नक्सलियों और उग्रवादियों के खात्मे की रणनीति को लेकर विशेष बैठक की गई. खूंटी एसपी कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न विशेष क्राइम मीटिंग में जिला के विभिन्न थाना क्षेत्रों में सक्रिय इनामी नक्सली और खूंखार नक्सलियों के खात्मे को लेकर पुलिस पदाधिकारियों को निश्चित अवधि में टास्क पूर्ण करने की जिम्मेदारी दी गई.
पुलिस बल को लेकर विशेष मंथन
झारखंड के डीजीपी एमवी राव, नवीन कुमार सिंह, एडीजी, साकेत सिंह, आईजी नक्सल अभियान, जिला एसपी आशुतोष शेखर के साथ हुई बैठक में भाकपा माओवादियों और प्रतिबंधित नक्सली संगठन पीएलएफआई के शीर्ष नक्सलियों और जोनल, सब-जोनल, एरिया कमांडर समेत हार्डकोर नक्सलियों की सूची भी बनाई गई है. शीर्ष नक्सलियों के खात्मे की रणनीति को लेकर जिला के सुदूरवर्ती इलाकों की भौगोलिक संरचना, संवेदनशील इलाके और विभिन्न जिलों के सीमावर्ती इलाकों में पुलिस बलों की पहुंच को लेकर विशेष मंथन किया गया.
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जिन इलाकों में लगातार नक्सली गतिविधियां होती रही हैं. उन इलाकों को रेड जोन में अंकित कर जिला में मौजूद जिला बल के अलावा सीआरपीएफ की अलग-अलग बटालियन, कोबरा बटालियन, एसएसबी-टू समेत विभिन्न पारा मिलिट्री फोर्स को भी विशेष अभियान में शामिल किया जाएगा. वहीं 2021 में खूंटी पुलिस के लिए उपलब्धियों भरा वर्ष बने. इसको लेकर बारीकी से जिला में मौजूद सभी पुलिस बलों को लगातार सक्रिय रहने का निर्देश भी दिया गया.
लक्ष्य के अनुरूप ऑपेरशन रहेगा जारी
नक्सल विरोधी अभियान में पुलिस बलों को कम से कम क्षति हो और लक्ष्य के अनुरूप ऑपेरशन जारी रहे. इस पर डीजीपी ने खास निर्देश और टास्क दिए. ऑपेरशन के दौरान किसी तरह की चूक ना हो, इसे लेकर खूंटी जिला की सीमा से सटे अन्य जिलों में पदस्थापित पुलिस बलों का भी सहयोग लिया जाएगा. इस बैठक में सीआरपीएफ कमांडेंट राधेश्याम, सीआरपीएफ के टूआईसी प्रकाश रंजन मिश्रा, अभियान एसपी रमेश कुमार हाईलेवल मीटिंग में शामिल रहे.
सुप्रीमो दिनेश गोप की तलाश
21 दिसंबर 2020 को पीएलएफआई का कुख्यात नक्सली को खूंटी पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. जिसके बाद सुप्रीमो दिनेश गोप की तलाश में खूंटी पुलिस लगी है. संभावना जताई जा रही है कि दिनेश गोप के खात्मे की रणनीति बना रही है. झारखंड पुलिस पीएलएफआई सुप्रीमो की खात्मे की रणनीति के तहत विशेष बैठक की गई.