खूंटी: स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता जमशेदपुर से रांची आ रहे थे. इसी क्रम में जिले के बुंडू स्थित सूर्य मंदिर के समीप वे पत्रकारों से मुखातिब हुए और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस उम्मीद के साथ देश के किसान प्रधानमंत्री मोदी को देख रहे थे, आज उनकी उम्मीदें बेकार साबित हो रही हैं. बढ़ती ठंड और कोहरे के बीच दिल्ली में किसानों की ओर से लगातार धरना प्रदर्शन किया जा रहा है, लेकिन मोदी सरकार का रवैया अब भी किसानों के प्रति कड़ा है.
मोदी सरकार अपना रही दोहरा रवैया
स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मोदी सरकार पर सीधा प्रहार करते हुए कहा कि लंबे समय से हमारे अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं. भारत सरकार की गलत नीतियों ने देश के किसानों को हाशिये पर लाकर खड़ा कर दिया है. दुर्भाग्य की बात यह है कि महात्मा गांधी के इस देश में जिन किसानों और मजदूरों को सम्मान दिया जाता रहा है, जहां भारत की आत्मा गांवों में बसती है. आज उनका ही सम्मान नहीं किया जा रहा है. देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया था. इसके बावजूद आज देश के जवान और किसानों के साथ मोदी सरकार दोहरा रवैया अपना रही है.
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अन्नदाताओं को बंधुआ मजदूर बनाने की साजिश
एक तरफ चीन लगातार हमारी सीमा पर घुसपैठ कर हमारे जवानों को लहूलुहान कर रहा है. इस देश में जवान और किसान दोनों परेशान हैं. 8 बार किसानों के साथ केंद्रीय मंत्रियों की बैठकों का दौर चला, लेकिन अब तक सभी बैठक बेनतीजा रही. लगातार किसान तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं, लेकिन भारत सरकार अन्नदाताओं को बंधुआ मजदूर बनाने की साजिश में लगी हुई है. एक तरफ मोदी सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की बात करती है, तो दूसरी ओर किसानों की मांग नहीं मानी जा रही है. धरना प्रदर्शन के 44 दिन हो गए हैं, लेकिन अब भी किसान कोहरे और ठंड में डटे हुए हैं.
देश गंभीर संकट की ओर बढ़ रहा
स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि देश की वर्त्तमान स्थिति खराब है. देश के जितने भी बड़े-बड़े संसाधन हैं, उन सभी को केंद्र सरकार ने बेचने का काम काम किया है. बीएसएनएल और एमटीएनएल सभी समाप्त हो चुके हैं और जियो निजी कंपनी को पूरे देश में चालू करवा दिया गया है. सीसीएल और बीसीसीएल की क्या स्थिति है, उससे सभी वाकिफ हैं. रेल और एयरपोर्ट के निजीकरण की प्रक्रिया चल रही है. पूरे देश की स्थिति दयनीय हो गयी है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री के देश में अब जवान और किसानों के सम्मान की चिंता नहीं कि जा रही है. देश गंभीर संकट की ओर लगातार बढ़ रहा है.