खूंटी: जिला के तोरपा प्रखंड स्थित पेरवाघाघ जलप्रपात में रविवार को झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस अपने परिवार के साथ पहुंचे (Governor Ramesh Bais at Perwaghagh Falls). इस दौरान उन्होंने प्रकृति की गोद में बसे पेरवाघाघ फॉल के प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाया. अपने पोते और अन्य परिजनों के साथ लकड़ी की बनी नौका में बैठकर उन्होंने फॉल के पास घंटो समय बिताया. वहीं, पर्यटक मित्रों से पेरवाघाघ के बारे में विस्तृत जानकारी भी ली.
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राज्यपाल का काफिला जैसे ही पेरवाघाघ पहुंचा, वे अपने वाहन से उतर कर सीधे वॉच टावर के पास से फॉल को निहारने पहुंच गए. जहां से फिर सीढ़ी के रास्ते नीचे आये. उसके बाद वहां लकड़ी के बने पुलिया के पास रुके, फिर लकड़ी के बने नाव में बैठ कर अपने परिजनों के साथ नौकाविहार करते हुए फॉल के पास पहुंच. उन्होंने लगभग आधे घंटे तक फॉल का लुत्फ उठाया. पेरवाघाघ में राज्यपाल रमेश बैस का स्थानीय मुखिया ने पत्तियों से बने मुकुट पहनाकर स्वागत किया. फटका मुखिया पुष्पा गुड़िया और तपकरा मुखिया रोशनी गुड़िया ने उनका स्वागत किया गया.
गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने परिवार के साथ पेरवाघाघ का दीदार कर चुके हैं. अक्टूबर महीने में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सपरिवार यहां पहुंचे थे और उसके दो महीने बाद राज्यपाल रमेश बैस का खूंटी दौरा हुआ और राज्यपाल भी पेरवाघाघ का दीदार करने गए. जिले का दूरस्थ इलाकों में बसा पेरवाघाघ को लगभग आठ वर्षों से लोग जान रहे हैं. जिला प्रशासन ने भी इस क्षेत्र को पर्यटन हब बनाने में जी जान लगा दी है. अक्टूबर माह में आये राज्य के मुखिया हेमंत सोरेन ने इसे और बेहतर करने का निर्देश दिया है. पेरवाघाघ जंगल और पहाड़ों से घिरा होने के साथ-साथ यहां का झरना लोगों को काफी आकर्षित करता है.
राज्यपाल के खूंटी आगमन को लेकर विधि व्यवस्था का खास ख्याल रखा गया है. खूंटी उपायुक्त शशि रंजन, पुलिस अधीक्षक अमन कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अनिकेत सचान, अभियान एसपी रमेश कुमार, तोरपा एसडीपीओ ओम प्रकाश तिवारी, इंस्पेक्टर दिग्विजय सिंह, सहित जिले के सभी बड़े छोटे अधिकारी काफी चुस्त दिखे. सोमवार को राज्यपाल खूंटी के रनिया प्रखंड क्षेत्र के उलुंग जाएंगे. वे अपने परिवार के साथ रनिया के उलुंग वाटर फॉल की प्रकृति सुदंरता को देखने जाएंगे.