खूंटीः मानव तस्करी की शिकार नाबालिग बच्चियों को आज दोपहर तक खूंटी पुलिस की टीम दिल्ली से वापस लेकर पहुंचेगी(human trafficking victims will reach Khunti today ). करीब 18 बच्चियों को खूंटी पुलिस ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में छापेमारी कर बरामद किया है. बरामद बच्चियों में ज्यादातर खूंटी की है जबकि एक बच्ची लोहरदगा जिले की रहने वाली है और एक साहिबगंज जिले की.
दिल्ली से रेस्क्यू की गई सभी बच्चियों को उनके ही रिश्तेदारों ने ज्यादा पैसे की लालच के कारण दलालों से बेच दिया था. जबकि साहिबगंज की रहने वाली बच्ची को उसके बॉयफ्रेंड ने दिल्ली में बेच दिया था जो चार माह की गर्भवती है. बताया जा रहा है कि 14 साल की पीड़िता अपने बॉयफ्रेंड के साथ दिल्ली घूमने गई थी और वहां कुछ दिन रहने के बाद एक दलाल से उसे बेच दिया गया उसके बाद एक घर में वह सफाई करने का काम कर रही थी.
जिला बाल संरक्षण पदाधिकारी अल्ताफ खान ने बताया कि डीसी शशि रंजन और एसपी अमन कुमार के निर्देश पर जिला समाज कल्याण विभाग एवं बाल संरक्षण विभाग, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के द्वारा दिल्ली में विभिन्न स्थानों पर मानव तस्करी की शिकार 12 बालिकाओं और एक बालक को मुक्त कराया गया है. AHTU की टीम लगभग 15 दिनों से दिल्ली के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर इन बच्चों को मुक्त कराया है. इस टीम में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग के रामजानुल हक, विश्वजीत ठाकुर, अजय कुमार शर्मा, उषा देवी एवं फुलमनी बोदरा द्वारा न केवल मुक्त कराए गए बच्चों को बल्कि उन 7 बच्चियों को भी जो 18 वर्ष से ऊपर है उन्हें उचित सहयोग उपलब्ध कराया. साथ यह भी सुनिश्चित कराया कि बच्चियां उनकी निगरानी में रहेंगी.
रेस्क्यू कराए गए बच्चों को संचालित विभिन्न योजनाओं से जोड़ते हुए इन्हें स्पॉन्सरशिप योजना का भी लाभ दिलाया जाएगा. मानव तस्कर द्वारा बेची गई बच्चियों के साथ शारीरिक और मानसिक दोनों प्रकार का शोषण किया गया है. कई बच्चियों पर शारीरिक शोषण किए जाने संबंधी दिल्ली में केस भी दर्ज किया गया है. टीम में शामिल पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि आरोपियों की शिनाख्त भी कर ली गई है जल्द ही आगे की कार्रवाई शुरू कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा.