खूंटीः जिले में वृहत पैमाने पर माफियाओं ने अफीम की खेती की है. पुलिस की लाख कोशिशों के बाद भी जिले में अफीम की आधी फसल भी नष्ट नहीं हो सकी है. खूंटी के अड़की, सायको, मुरहू और मारंगहादा थाना क्षेत्र के लगभग इलाकों में अफीम की फसल लहलहाती दिख रही है. अफीम माफियाओं ने भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में भी अफीम की खेती कर कलंकित कर दिया है. बिरसा मुंडा की जन्मस्थली से महज चंद कदम की दूरी पर खेतों में अफीम की फसल लहलहा रही है. इस गांव में पानी की किल्लत से वंशज परिवार और ग्रामीण जूझ रहे हैं, बावजूद अफीम की खेत के लिए पानी उपलब्ध करा लेना बड़ी बात है.
पुलिस ने अब तक 1600 एकड़ में लगायी गई अफीम को किया है नष्टः अवैध अफीम के खिलाफ खूंटी पुलिस लगातार अभियान चला रही है और फसलों को नष्ट करने का कार्य जारी है, लेकिन क्षेत्र में लगी अफीम का आधा भी पुलिस नष्ट नहीं कर पायी है. यह पुलिस के लिए बड़ी चुनौती है. पुलिस आंकड़ों के अनुसार 1600 एकड़ से अधिक फसलों को नष्ट किया जा चुका है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया जा चुका है. जबकि क्षेत्र में 5000 एकड़ से अधिक अफीम की खेती लगाई गई है. इसके बावजूद जगह-जगह अफीम की खेती लहलहा रही है.
उलिहातू और आसपास के क्षेत्र में वृहत पैमाने पर की गई है अफीम की खेतीः भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू और आसपास के गांवों में भी वृहद पैमाने में अफीम की खेती की गई है. अफीम की फसल में फूल और फल भी लग गए हैं. फूल लगने के बाद अफीम की फसल अब साफ नजर आ रही है. यहां तक कि खूंटी-तमाड़ पथ के किनारे झाड़ियों में लगी अफीम की फसल सड़क से ही साफ-साफ नजर आ रही है. यही नही खूंटी-मारंगहादा मुख्य पथ किनारे अफीम लहलहाती नजर आ रही है.
अफीम की खेती करने वाले किसानों और माफियाओं पर होगी कार्रवाईः इधर, डीएसपी अमित कुमार ने कहा कि उलिहातू में लगी सभी अफीम की फसल को नष्ट किया जाएगा. उन्होंने कहा कि उलिहातू में अफीम लगाने वाले किसानों और माफियाओं को चिह्नित किया जा रहा है. जल्द ही विनष्टीकरण के साथ-साथ गिरफ्तारी भी की जाएगी. गौरतलब है कि शनिवार को राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू दौरे पर पहुंचे थे. राज्यपाल के सुरक्षा में लगे जवानों को अवैध अफीम की फसल पर नजर पड़ी थी. हालांकि जवानों ने अफीम को नष्ट नहीं किया, लेकिन वरीय अधिकारियों को इसकी जानकारी दी है.