खूंटीः जिले के अड़की प्रखंड के बीरबांकी इलाका, जहां के जंगल लाल सलाम से गूंजता रहा है, लेकिन अब यहां हरियाली और खुशहाली नजर आने लगी है. यह सब कुछ स्थानीय ग्रामीणों, सीआरपीएफ 157 बटालियन और जिला पुलिस की लगातार कोशिशों के दम पर संभव हो पाया है. बिरबांकी के साल के जंगलों के बीच सीआरपीएफ 157 बटालियन के जवानों ने शीशम, आम, अमरूद समेत कई फलदार वृक्ष लगाए हैं.
सीआरपीएफ 157 बटालियन के कमांडेंट आरके पांडा की उपस्थिति में पंचायत प्रतिनिधियों और आम जनता ने एक साथ 300 पौधे लगाए है. उन्होंने आमजनों को संबोधित करते हुए वृक्ष लगाने के लाभ बतलाए. पौधे लगाने के साथ ही कमांडेंट ने कहा कि इसे जिंदा भी रखने की जिम्मेवारी आप सबकी है. एक जल कुंड दस कुंए के समान हैं एक तालाब दस कुंए के बराबर है, वैसे ही एक पुत्र दस तालाब जितना महत्व है और एक वृक्ष दस पुत्रों जितना महत्व रखता है. प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने की जिम्मेवारी हमारी और आपकी है. मोबाइल के दायरे में हम इतने सिमट चुके है कि पर्यावरण की ओर ध्यान ही नहीं दे पाते. पेड़ों की कटाई से ऑक्सीजन का स्तर घटता जा रहा है. इसे वृक्ष लगाकर ही हम संतुलित बना सकते हैं.
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उन्होंने वैश्विक महामारी की रोकथाम करने की सोशल डिस्टेंस बनाने और मास्क का उपयोग लगातार करने के लिए अपील की. सीआरपीएफ बटालियन 157 ने कार्यक्रम को अड़की के बीडीओ गौतम प्रसाद साहू अड़की प्रमुख सीता नाग और मुखिया जावरा पहान ने भी सभा को संबोधित किया.