खूंटी: जय जवान-जय किसान के नारे को झारखंड के खूंटी जिले में सीआरपीएफ चरितार्थ कर रही है. खूंटी जिले में किसानों ने बड़ी मात्रा में तरबूज की खेती की है, बंपर पैदावार भी हुई है लेकिन कोरोना महामारी के कारण कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. ज्यादातर तरबूज की फसल खेत में ही खराब होने लगी है.
मजबूरन किसानों को औने-पौने दाम पर अपनी खसल को बेचना पड़ रहा है. किसान अपनी लागत भी नहीं निकाल पा रहे हैं जिससे उनकी कमर टूट गई है. इसको लेकर सरकार की ओर से भी कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. ऐसे में सीआरपीएफ किसानों की मदद के लिए सामने आई है.
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दरअसल, सीआरपीएफ 94 बटालियन किसानों से बड़ी मात्रा में उचित मूल्य पर तरबूज खरीद अपने कैंप तक भेज रही है. खूंटी नक्सल प्रभावित जिला है यहां पर सीआरपीएफ के कई कैंप स्थित हैं. जहां पर बड़ी संख्या में जवान रहते हैं. सीआरपीएफ स्थानीय किसानों से तरबूज लेकर अपने जवानों को उपलब्ध कराएगी. इससे जवान भी सेहतमंद रहेंगे साथ-साथ किसानों को भी आर्थिक मदद मिलेगी. सीआरपीएफ के इस पहल की सभी तारीफ कर रहे हैं.
सीआरपीएफ की पहल से किसानों का नुकसान अब नहीं होगा. कल तक किसानों को कोई पूछने वाला नहीं था. देखना होगा कि अब कितने व्यापारी खूंटी पहुंचते हैं और किसानों से तरबूज खरीदते हैं. जिले के लगभग किसानों ने इस वर्ष भी वृहद पैमाने पर खेती की है लेकिन लॉकडाउन के कारण परेशानी शुरू हो गई.