खूंटी: जिला में सीआरपीएफ 94वीं बटालियन ने शनिवार (1 अप्रैल) को अपना 35वां स्थापना दिवस मनाया. खूंटी के तजना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स स्थित सीआरपीएफ 94वीं बटालियन के मुख्यालय में शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ साथ क्वाटर गॉर्ड की सलामी दी. साथ ही शनिवार शाम रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है.
सुरक्षा में निभा रही महत्त्वपूर्ण भूमिका: सीआरपीएफ 94वीं बटालियन के द्वितीय कमान अधिकारी पीआर मिश्रा ने कहा कि सीआरपीएफ की स्थापना देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए की गई थी. आज सीआरपीएफ देश की आंतरिक सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल 1988 को सीआरपीएफ 94वीं बटालियन की स्थापना की गई थी. इस बटालियन को खूंटी में नक्सलवाद के खात्मे की जिम्मेदारी दी गई थी. जिसमें यह बटालियन पूरी तरह सफल रही है. पीआर मिश्रा ने कहा कि सीआरपीएफ 94वीं बटालियन का गौरवशाली इतिहास रहा है.
सामाजिक दायित्वों का बखूबी निर्वहन: इस बटालियन ने जहां नक्सलवाद, उग्रवाद पर नकेल कसी है, वहीं अपनी सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन बखूबी निभाती है. उन्होंने बताया कि बटालियन के 35वां स्थापना दिवस के मौके पर मुख्यालय परिसर में सुबह 10 बजे शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई, इसके बाद क्वार्टर गार्ड की सलामी दी गई.
उत्कृष्ट कार्य करने वाले हुए सम्मानितः स्थापना दिवस कार्यक्रम के अवसर पर सीआरपीएफ 94वीं बटालियन से रिटायर होने वाले एवं उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों एवं जवानों को सम्मानित भी किया जा रहा है. इसके साथ ही इस अवसर पर खूंटी जिला में निवास करने वाले सीआरपीएफ के पूर्व कर्मियों को भी सम्मानित किया जायेगा. इस अवसर पर सीआरपीएफ के अधिकारियों एवं जवानों द्वारा रक्तदान शिविर का आयोजन भी किया जायेगा. पीआर मिश्रा ने बताया कि स्थापना दिवस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सीआरपीएफ रांची रेंज के डीआईजी पी कुजूर एवं खूंटी के उपायुक्त शशि रंजन मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे.
ये थे उपस्थितः इस कार्यक्रम में जिला एसपी अमन कुमार, डीडीसी नीतीश कुमार सिंह, एसडीएम अनिकेत सचान समेत जिले के कई वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित होंगे. उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ 94 बटालियन के स्थापना दिवस के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा. इसमें बाहर से आये कलाकारों के अलावा स्थानीय कलाकार भी शिरकत करेंगे. शनिवार शाम होने वाले संस्कृति कार्यक्रम की तैयारी जारी है जबकि जवानों को सम्मानित किया गया और अभी ब्लड डोनेशन का कार्यक्रम चल रहा है जिसमे बड़ी संख्या में सीआरपीएफ के जवान और कर्मी शामिल है.