खूंटीः गुरुवार को भाकपा माओवादी हार्डकोर नक्सली बुधु मुंडा का आत्मसमर्पण हुआ है. नक्सली ने सायको थाना पहुंच थाना प्रभारी नरसिंह मुंडा के समक्ष अपने हथियार डाल दिए. पुलिस की बढ़ती दबिश और नक्सलियों के खिलाफ चल रही अभियान के कारण नक्सली ने अपनी जान बचाने के लिए आत्मसमर्पण किया है. एसपी आशुतोष शेखर ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया कि बुधु मुंडा के खिलाफ सायको थाना में दो नक्सली कांड दर्ज हैं.
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खूंटी में भाकपा माओवादी के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. जिससे खूंटी पुलिस का खौफ नक्सलियों में बढ़ता जा रहा है. बुधु मुंडा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही थी लेकिन नक्सली बुधु फरार चल रहा था. नक्सली बुधु के अन्य साथी पूर्व में गिरफ्तार हो चुके हैं. 30 जनवरी 2020 को सायको थाना क्षेत्रांगत जीवरी के बुरुडीह जंगल में माओवादियों दस्ता एकत्रित होकर किसी कांड को अंजाम देने की योजना बना रहा था. इसी दौरान पुलिस को देख नक्सली भागने लगे जहां पुलिस ने खदेड़कर पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था.
इस दौरान कुछ नक्सली सदस्य जंगल का फायदा उठाकर भागने में कामयाब रहे. लेकिन जंगल में चले सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने भारी मात्रा विस्फोटक और बम बनाने की सामग्री बरामद किया. वहीं दूसरी घटना 13 जनवरी 2021 को मांगेबुरु जंगल में नक्सली दस्ता के सदस्यों के साथ एकत्रित होकर किसी कांड को अंजाम देने की योजना बना रहे थे. दोनों कांड में पुलिस ने कई नक्सलियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें से बुधु मुंडा फरार चल रहा था. फिलहाल वो किस दस्ता का सदस्य है इसका खुलासा नहीं हो पाया है, पुलिस उससे पूछताछ कर रही है.
खूंटी एसपी आशुतोष शेखर ने नक्सलियों से अपील करते हुए कहा है कि वो मुख्यधारा से जुड़कर सरकार की आत्मसमर्पण नीति का फायदा उठाएं, नहीं तो पुलिसिया कार्रवाई के लिए वो तैयार रहें.यहां आपको बता दें कि पिछले पांच दिनों के भीतर विभिन्न थानों में दो नक्सलियों ने सरेंडर किया है. कुल मिलाकर कहा जाए तो पुलिस का खौफ और नक्सलियों के खिलाफ चल रहे अभियान की वजह से नक्सली अपनी जान बचाने के लिए हथियार डाल रहे हैं.