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खूंटी सदर अस्पताल पहुंचन रहे रांची के कोरोना संक्रमित मरीज, ये है वजह - covid news of khunti

रांची में बढ़ते कोविड मरीजों का असर अब खूंटी में भी देखने लगा है. रांची से मरीज अब खूंटी सदर अस्पताल पहुंचने लगे हैं, जो स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनती जा रही है.

covid patients of Ranchi started reaching Sadar Hospital in Khunti
सदर अस्पताल खूंटी
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Published : Apr 20, 2021, 7:43 PM IST

खूंटी: रांची में बढ़ते कोविड-19 के मरीजों का असर पड़ोसी जिला खूंटी में भी देखने को मिल रहा है. राजधानी के अस्पतालों में मरीजों को बेड और ऑक्सीजन नहीं मिलने से अब मरीज खूंटी सदर अस्पताल पहुंचने लगे हैं. बाहरी जिलों के बढ़ते मरीजों से स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग उन मरीजों का इलाज कर रहा है.

जानकारी देते सिविल सर्जन

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स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

खूंटी में लगातार बढ़ते कोविड-19 के मामलों को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में कोविड मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बहाल की गई है. रांची सहित अन्य जिलों के कोविड मरीज भी खूंटी की हेल्थसाइट में ऑनलाइन बेड की उपलब्धता के आधार पर यहां पहुंचने लगे हैं, जो जिले के स्वास्थ्य महकमा के लिए बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद चुनौतियों से निबटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है. तैयारियों के बाद भी जिले में कोरोना से 13 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 973 मरीज संक्रमित हैं.

मरीजों की हो रही बेहतर देखभाल
खूंटी सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने बताया कि खाली बेड के ऑनलाइन डिस्प्ले से कोरोना संक्रमित मरीजों को काफी सुविधा मिलने लगी है. खूंटी के सदर अस्पताल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर 12 डॉक्टर और 20 हैल्थवर्कर कार्यरत हैं, साथ ही चतुर्थ श्रेणी के वर्कर भी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ टीमवर्क में अपना योगदान दे रहे हैं. ऐसे में कोविड मरीजों की बेहतर देखभाल की जा रही है, साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए 4 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है.

ये भी पढ़ें-झारखंड में कंपलीट लॉकडाउन, जानिए किसने क्या कहा


ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कराने में होती है परेशानी

सिविल सर्जन ने बताया कि इस बार कोविड मरीजों में लंग्स इन्फेक्शन और सेकेंडरी बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण ऑक्सीजन की मात्रा तेजी से घटती जा रही है. इसको लेकर मरीजों को उच्चस्तरीय एंटीबायोटिक दवाएं दी जा रही है, जबकि पिछली बार मरीजों में ऑक्सीजन लेवल सामान्य बना रहता था. जिले में 16 मरीजों को ऑक्सीजन स्पोर्ट में रखने की व्यवस्था की गई है. अभी जिले में ऑक्सीजन के 30 सिलेंडर रखे गए हैं. फिलहाल मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर को रिफिल कराने में परेशानी उत्पन्न हो रही है.

कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील

सिविल सर्जन ने बताया कि इस बार कोविड लोगों के लिए मौत बनकर आई है. इससे बचाव का एक ही उपाय है, बेवजह घर से बाहर न निकले और हमेशा मास्क का प्रयोग करें. सिविल सर्जन ने सरकार पर इस दिशा में प्रयास करने की गुहार लगाई है, ताकि खूंटी में राजधानी के भटकते मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कराई जा सके. फिलहाल जिले में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध है.

खूंटी: रांची में बढ़ते कोविड-19 के मरीजों का असर पड़ोसी जिला खूंटी में भी देखने को मिल रहा है. राजधानी के अस्पतालों में मरीजों को बेड और ऑक्सीजन नहीं मिलने से अब मरीज खूंटी सदर अस्पताल पहुंचने लगे हैं. बाहरी जिलों के बढ़ते मरीजों से स्वास्थ्य विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग उन मरीजों का इलाज कर रहा है.

जानकारी देते सिविल सर्जन

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स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

खूंटी में लगातार बढ़ते कोविड-19 के मामलों को लेकर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. जिले में कोविड मरीजों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा बहाल की गई है. रांची सहित अन्य जिलों के कोविड मरीज भी खूंटी की हेल्थसाइट में ऑनलाइन बेड की उपलब्धता के आधार पर यहां पहुंचने लगे हैं, जो जिले के स्वास्थ्य महकमा के लिए बड़ी चुनौती है. इसके बावजूद चुनौतियों से निबटने के लिए जिला प्रशासन तैयार है. तैयारियों के बाद भी जिले में कोरोना से 13 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 973 मरीज संक्रमित हैं.

मरीजों की हो रही बेहतर देखभाल
खूंटी सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने बताया कि खाली बेड के ऑनलाइन डिस्प्ले से कोरोना संक्रमित मरीजों को काफी सुविधा मिलने लगी है. खूंटी के सदर अस्पताल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में बढ़ते संक्रमण के मद्देनजर 12 डॉक्टर और 20 हैल्थवर्कर कार्यरत हैं, साथ ही चतुर्थ श्रेणी के वर्कर भी स्वास्थ्यकर्मियों के साथ टीमवर्क में अपना योगदान दे रहे हैं. ऐसे में कोविड मरीजों की बेहतर देखभाल की जा रही है, साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधा के लिए 4 मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है.

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ऑक्सीजन सिलेंडर रिफिल कराने में होती है परेशानी

सिविल सर्जन ने बताया कि इस बार कोविड मरीजों में लंग्स इन्फेक्शन और सेकेंडरी बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण ऑक्सीजन की मात्रा तेजी से घटती जा रही है. इसको लेकर मरीजों को उच्चस्तरीय एंटीबायोटिक दवाएं दी जा रही है, जबकि पिछली बार मरीजों में ऑक्सीजन लेवल सामान्य बना रहता था. जिले में 16 मरीजों को ऑक्सीजन स्पोर्ट में रखने की व्यवस्था की गई है. अभी जिले में ऑक्सीजन के 30 सिलेंडर रखे गए हैं. फिलहाल मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी, लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर को रिफिल कराने में परेशानी उत्पन्न हो रही है.

कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील

सिविल सर्जन ने बताया कि इस बार कोविड लोगों के लिए मौत बनकर आई है. इससे बचाव का एक ही उपाय है, बेवजह घर से बाहर न निकले और हमेशा मास्क का प्रयोग करें. सिविल सर्जन ने सरकार पर इस दिशा में प्रयास करने की गुहार लगाई है, ताकि खूंटी में राजधानी के भटकते मरीजों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा प्रदान कराई जा सके. फिलहाल जिले में पर्याप्त बेड और ऑक्सीजन उपलब्ध है.

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