खूंटी: टेरर फंडिंग मामले में नक्सली संगठन पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप के दो सहयोगियों को जयप्रकाश भुईंया और अमित जायसवाल को तोरपा स्थित उसके आवास से एनआईए ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार करने के बाद दोनों को एनआईए के रांची स्थित विशेष कोर्ट में पेश किया गया. जहां एजेंसी के अनुरोध पर दोनों को 5 दिनों के रिमांड पर भेज दिया है.
एनआईए ने की थी छापेमारी
बता दें कि 29 फरवरी को पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश के चार सहयोगियों के यहां एनआईए ने छापेमारी की थी. इस दौरान जांच एजेंसी को दिनेश गोप के निवेश चल-अचल संपत्ति और इलाके में लेवी वसूलने वालों से संबंधित अहम जानकारी मिली थी. एनआईए की चार टीमें 26 फरवरी की सुबह आरोपियों के घर पहुंची थी.
ये भी पढ़ें- झारखंड बजट 2020: जानिए कृषि के लिए क्या कुछ मिला खास
घर में छापेमारी
वहीं, पूर्व में नक्सली गतिविधियों में जेल जा चुके और पुलिस के सामने सरेंडर करने वाले प्रकाश भुईंया के घर पर दबिश दी थी, वहीं दो टीमों ने अमित जायसवाल और सीता राम भगत के घर में छापेमारी की. चौथी टीम ने रंजीत गोप के मां रेस्टोरेंट में सर्च अभियान चलाया. एनआईए इस मामले में पूर्व में 10 को गिरफ्तार कर चुकी है, वहीं एक आरोपी फरार है. सभी पर चार्जशीट हो चुका है.
सरकारी गवाह बनी हैं दिनेश गोप की दोनों पत्नी
टेरर फंडिंग मामले में एनआईए की कार्रवाई के दौरान दिनेश गोप की दोनों पत्नी हीरा देवी और शकुंतला कुमारी बीते 30 जनवरी को गिरफ्तार हुई थी. दोनों एनआईए की सरकारी गवाह बन चुकी हैं. इन पर लेवी, रंगदारी के रुपयों को सेल कंपनियों में निवेश करने के आरोपों की पुष्टि भी हो चुकी है. इनके कोलकाता स्थित आवास की तलाशी में तेल कंपनियों में निवेश से संबंधित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले थे और इसी मामले की छानबीन के क्रम में चारों सहयोगियों के बारे में जानकारी हाथ लगी थी.
ये भी पढ़ें- झारखंड बजट 2020: ग्रामीण विकास पर सरकार का जोर
भाजपा के सक्रिय नेता हैं
गिरफ्तार दोनों आरोपी जिन्हें एनआईए ने गिरफ्तार किया है वो भाजपा के सक्रिय नेता हैं. पूर्व के भाजपा के रघुवर सरकार के कार्यकाल के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे. उसके बाद से तोरपा में भाजपा नेता बन कर नेतागिरी कर रहे थे. हाल के दिनों में भाजपा के नवनिर्वाचित प्रदेश अध्यक्ष चुने जाने के बाद आरोपी प्रकाश भुईंया भाजपा के प्रदेश कार्यालय पहुंच उनसे मुलाकात कर उन्हें बंधाई दी थी. साथ ही दूसरा आरोपी सांसद सह केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा के साथ दिख रहे हैं.
ये भी पढ़ें- झारखंड बजट 2020: उद्योग पर सरकार का फोकस
थाने में पहले से दर्ज हैं मामले
आर्म्स एक्ट और 17 सीएलए सहित अन्य धाराओं में जयप्रकाश भुईंया के खिलाफ तोरपा थाना में पांच, रनिया थाना में सात और गुमला के कामडारा थाना में एक केस दर्ज है. वहीं रंजीत पर तपकारा थाने में एक, सीताराम जायसवाल पर लापुंग थाना में एक और अमित जायसवाल पर तोरपा थाना में 2 मामले दर्ज हैं.