खूंटी: जिले के प्रखंड कार्यालय परिसर में लाखों के साइकिल और उसके पार्ट्स कबाड़ में बदल गए हैं. पुराने प्रखंड कार्यालय परिसर के जिस कमरे में साइकिलों को रखा गया है उसका दरवाजा भी टूटा हुआ है. जिससे साइकिल और इसके पार्ट्स के चोरी होने की संभावना है. पुराने और जर्जर भवन में रखे-रखे लाखों के साइकिल कबाड़ में तब्दील हो गए है. इसके साथ ही जर्जर कमरे में साइकिल के साथ-साथ प्रखंड कार्यालय के और भी कई सामान रखे गये है, वो भी बर्बाद हो गये हैं.
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार लगभग पांच साल पहले जिले में स्कूली छात्राओं के बीच साइकिल वितरण करने के लिए तत्कालीन एजेंसी ने साइकिल लाया था. साइकिल वितरण करने के बाद जो बच गया उसे एजेंसी ने उसी भवन में रख दिया था. जिसे एजेंसी वापस नहीं ले गई लेकिन सवाल ये है कि जिले के गरीब बच्चों के बीच साइकिल का वितरण करना था. अगर वितरण किया गया तो साइकिल और उसके पार्ट्स कैसे बच गए.
कल्याण पदाधिकारी ने साधी चुप्पी
इस संबंध में प्रखंड कल्याण पदाधिकारी मधुमती कुमारी से जब ईटीवी की टीम ने जानकारी लेने की कोशिश की तो उन्होंने पहले कुछ भी कहने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि इस मामले पर बातचीत करने के लिए वह अधिकृत नहीं है. लेकिन उन्होंने इतना जरूर कहा कि अगर ईटीवी ने इसकी शिकायत की है तो जांच जरूर करवाई जाएगी.
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वहीं, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी कर्ण प्रसाद ने बताया कि साइकिल से विभाग का कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने बताया कि जब से सरकार ने डीबीटी के माध्यम से छात्रों के खाते में भुगतान का निर्देश दिया है उसके बाद से एजेंसी वालों ने साइकिल यहां छोड़ दिया. फिलहाल सभी बच्चो को अब साइकिल नहीं बल्कि सीधे उनके खाते में साइकिल की लागत भेज दिया जाता है.