खूंटीः जिले में फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के लिए एमडीए कार्यक्रम चलाने की तैयारियां की जा रही हैं. मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन(MDA) को प्रभावी तरीके से चलाने के लिए 'भाग फाइलेरिया भाग' कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. सिविल सर्जन प्रभात कुमार ने बताया की जिले में कोरोना संक्रमितों की देख-रेख के साथ-साथ अन्य सभी बीमारियों पर भी विशेष चौकसी बरती जा रही है. कोरोना का इलाज करते हुए अन्य गंभीर बीमारियीं से जूझ रहे लोगों और अन्य बीमारियों से बचाव को लेकर भी स्वास्थ्यकर्मी सेवा दे रहे हैं. जिले में सभी तरह के रोगियों का इलाज किया जा रहा है.
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लगातार फाइलेरिया उंमूलन कार्यक्रम
सिविल सर्जन ने बताया कि फाइलेरिया की गोलियां गंभीर रूप से बीमार लोगों को नहीं देना है. एक साल से कम उम्र के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भी फाइलेरिया की दवाइयां नहीं दी जाती है. माइक्रोफाइलेरिया के जीवाणु फाइलेरिया की दवाई से मर जाते हैं. वहीं, वयस्क फाइलेरिया जीवाणु 6 साल में मर जाता है, इसलिए खूंटी जिले में 6 साल तक लगातार फाइलेरिया उंमूलन कार्यक्रम चलाया जाएगा. वैसे मरीज जिसमें फाइलेरिया के लक्षण है, उनके घरों तक स्वास्थ्य कर्मी दवा पहुंचाएंगे. दवाई खिलाने की जिम्मेदारी स्वास्थ्य सहिया को दी गई है. जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मी सहिया सेविका पूरी तत्परता से लगे हुए हैं.