खूंटी: अड़की में एक बाइक पर सवार तीन अज्ञात हथियारबंद अपराधी लगातार लूट की घटना को अंजाम दे रहे हैं. लेकिन अड़की पुलिस इनका कोई सुराग नहीं लगा पाई है. जांच के नाम पर कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी की, लेकिन फिर जांच बंद. अड़की क्षेत्र से ही छह माह के भीतर लगभग 10 लाख रुपये की लूट हो चुकी है. लेकिन एसपी अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा ही बस कर रहे हैं.
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शुक्रवार को दिनदहाड़े अड़की प्रखंड कार्यालय परिसर में हथियार लेकर पहुंचे युवक ने महिला बैंक मित्र प्रभा कुमारी को गोली मारकर तीन लाख रुपये लूट लिए. घटना को 24 घंटे से अधिक समय बीत चुका है लेकिन पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं. जांच के नाम पर आधा दर्जन अपराधियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है लेकिन कोई खास सुराग हासिल नहीं कर पाई.
अड़की थाना क्षेत्र की हालिया घटनाएंः अड़की थाना क्षेत्र में नवंबर 2021 को एक ही बाइस से आए तीन अपराधियों ने दो बैंक मित्रों से करीब साढ़े छह लाख रुपये लूट लिए थे. उस समय भी तीनों अपराधी हथियार का भय दिखाकर दोनों बैंक मित्रों से लूट की थी. लूट की घटना खूंटी-तमाड़ सड़क पर जरंगा के निकट घटी थी. उस वक्त भी अपराधी रुपये लूटने के बाद एक ही बाइक से अड़की की ओर भाग निकले थे.
आठ नवंबर को अड़की थाना क्षेत्र के सिंदरी निवासी बैंक मित्र विवेक कुमार गुप्ता उर्फ मिंटू गुप्ता और बैंक मित्र अन्नु देवी यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की अड़की शाखा से रुपये निकालकर वापस अपने घर लौट रहे थे. उस दौरान विवेक कुंड के पास तीन लाख दस हजार पांच सौ रुपये और अन्नू देवी के पास साढ़े तीन लाख रुपये रखे थे. बैंक से रुपये लेकर घर वापसी के दौरान जारंगा ढीपा के पास खेसारी बेड़ा पुलिया ठोकर के सामने मास्क लगाए तीन अपराधियों ने पिस्तौल दिखाकर दोनों को रोका और दोनों से रुपये लूटने के बाद अड़की की ओर भाग निकले जबकि दूसरी घटना में भी नकाबपोश हथियारबंद अपराधियों ने प्रभा कुमारी को गोली मारकर लूटकांड को अंजाम दिया और अड़की बस्ती को ओर भाग गए.
इधर जिले के एसपी अमन कुमार ने बताया कि अड़की क्षेत्र में हुए दो लूटकांड में स्थानीय अपराधियों की संलिप्तता है, लेकिन कौन ये इसकी जांच जारी है। उन्होंने कहा कि कुछ अपराधकर्मियों को हिरासत में लिया गया है और पूछताछ जारी है. उन्होंने दावा किया है कि जल्द ही खुलासा होगा. बैंक मित्रों से लूटकांड की घटना से बैंक मित्रों में दहशत है. बैंक मित्र अब पैसे लेकर काम करने से परहेज कर रहे हैं. अगर समय रहते पुलिस अपराधियों को गिरफ्तार नहीं करती है तो ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीणों को बैंक मित्र से रुपये नहीं मिलेंगे अब उन्हें सीधे बैंक जाकर रुपये निकालने होंगे.