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खूंटीः वर्ल्ड रैबीज डे पर जागरूकता शिविर का आयोजन, लोगों को किया गया जागरूक - जिला पशुपालन विभाग

खूंटी में वर्ल्ड रेबीज डे के अवसर पर जिला पशुपालन विभाग की ओर से जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में पालतू कुत्तों का एंटी रेबीज टीकाकरण किया गया. वहीं, लोगों को पालतू पशुओं में होने वाले रेबिज विषाणु को लेकर जागरूक किया गया.

Awareness camp organized on World Rabies Day in Khunti
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Published : Sep 28, 2020, 8:29 PM IST

खूंटीः जिले में वर्ल्ड रेबीज डे के अवसर पर जिला पशुपालन विभाग की ओर से जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में पालतू कुत्तों का एंटी रेबीज टीकाकरण भी कराया गया. वर्ल्ड रेबीज डे के मौके पर खूंटीवासियों को पालतू पशुओं में होने वाले रेबिज विषाणु को लेकर जागरूक किया गया. बंदर, बिल्ली, सियार, भालू समेत कई जानवरों के काटने से जानलेवा बीमारियां फैलती हैं. कुत्तों के काटने से बहुत जल्द इसका असर देखने को मिलता है और व्यक्ति की दर्दनाक मौत तक हो जाती है, इसलिए प्रत्येक वर्ष कुत्तों को एंटी रेबिज का टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए.

पशु चिकित्सा पदाधिकारियों ने जागरूकता शिविर में बताया कि किसी भी पालतू कुत्ते को प्रतिवर्ष एंटी रेबीज इंजेक्शन देना जरूरी है. इससे पशुपालन कर रहे लोगों में कुत्तों के काटने से होने वाली गंभीर समस्या कम हो सकती है. कई बार देखा गया है कि पालतू पशु लोगों को काटते हैं और इसका तुरंत इलाज नहीं करने पर व्यक्ति की मौत हो जाती है. कुत्ते के काटने से पूरे शरीर में रेबीज के विषाणु फैल जाते हैं और व्यक्ति की मौत बहुत दर्दनाक होती है.

ये भी पढ़ें-विशेष : लोक सभा में तीन ऐतिहासिक श्रम कोड विधेयक पारित, जानें महत्व

वर्ल्ड रेबीज डे के अवसर पर जिला पशुपालन विभाग ने शहरी क्षेत्र के कुत्तों का टीकाकरण मात्र 1 रूपए में किया. जिला पशुपालन चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि वर्ल्ड रेबीज डे के बाद भी प्रतिदिन पशुपालन विभाग में कुत्तों का टीकाकरण निशुल्क किया जाएगा. कुत्तों के टीकाकरण से आसपास रहने वाले लोगों और कुत्तों के संपर्क में आने वालों की जान का खतरा टल जाता है. जागरूकता शिविर में पशु चिकित्सा पदाधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि प्रतिवर्ष अपने पालतू पशुओं का टीकाकरण अवश्य कराएं. पशुपालन विभाग ने कहा कि सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्तों का भी टीकाकरण किया जाएगा ताकि कभी भी कुत्तों के काटने से रेबीज से होने वाली मौत से बचा जा सके.

खूंटीः जिले में वर्ल्ड रेबीज डे के अवसर पर जिला पशुपालन विभाग की ओर से जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया. शिविर में पालतू कुत्तों का एंटी रेबीज टीकाकरण भी कराया गया. वर्ल्ड रेबीज डे के मौके पर खूंटीवासियों को पालतू पशुओं में होने वाले रेबिज विषाणु को लेकर जागरूक किया गया. बंदर, बिल्ली, सियार, भालू समेत कई जानवरों के काटने से जानलेवा बीमारियां फैलती हैं. कुत्तों के काटने से बहुत जल्द इसका असर देखने को मिलता है और व्यक्ति की दर्दनाक मौत तक हो जाती है, इसलिए प्रत्येक वर्ष कुत्तों को एंटी रेबिज का टीकाकरण अवश्य कराना चाहिए.

पशु चिकित्सा पदाधिकारियों ने जागरूकता शिविर में बताया कि किसी भी पालतू कुत्ते को प्रतिवर्ष एंटी रेबीज इंजेक्शन देना जरूरी है. इससे पशुपालन कर रहे लोगों में कुत्तों के काटने से होने वाली गंभीर समस्या कम हो सकती है. कई बार देखा गया है कि पालतू पशु लोगों को काटते हैं और इसका तुरंत इलाज नहीं करने पर व्यक्ति की मौत हो जाती है. कुत्ते के काटने से पूरे शरीर में रेबीज के विषाणु फैल जाते हैं और व्यक्ति की मौत बहुत दर्दनाक होती है.

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वर्ल्ड रेबीज डे के अवसर पर जिला पशुपालन विभाग ने शहरी क्षेत्र के कुत्तों का टीकाकरण मात्र 1 रूपए में किया. जिला पशुपालन चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि वर्ल्ड रेबीज डे के बाद भी प्रतिदिन पशुपालन विभाग में कुत्तों का टीकाकरण निशुल्क किया जाएगा. कुत्तों के टीकाकरण से आसपास रहने वाले लोगों और कुत्तों के संपर्क में आने वालों की जान का खतरा टल जाता है. जागरूकता शिविर में पशु चिकित्सा पदाधिकारियों ने लोगों से आग्रह किया है कि प्रतिवर्ष अपने पालतू पशुओं का टीकाकरण अवश्य कराएं. पशुपालन विभाग ने कहा कि सड़क पर घूमने वाले आवारा कुत्तों का भी टीकाकरण किया जाएगा ताकि कभी भी कुत्तों के काटने से रेबीज से होने वाली मौत से बचा जा सके.

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