जामताड़ा: सदर अस्पताल में बंध्याकरण कराने पहुंची महिलाओं ने जमकर बवाल काटा. महिलाओं ने अस्पताल प्रबंधन पर परेशान करने का आरोप भी लगाया है.
बंध्याकरण कराने पहुंची महिलाओं ने जमकर किया बवालसदर अस्पताल जामताड़ा में उस समय महिलाओं ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया, जब महिलाओं को यह कहा गया कि अब बंध्याकरण नहीं किया जाएगा. इस पर वहां पर मौजूद सैकड़ों की संख्या में बंध्याकरण कराने पहुंची महिलाएं काफी उत्तेजित हो गईं और हंगामा करना शुरू कर दिया.
महिलाओं ने अस्पताल प्रबंधन पर परेशान करने का लगाया आरोपसदर अस्पताल में हंगामा कर रही महिलाओं ने अस्पताल प्रबंधन पर परेशान करने का आरोप लगाया. महिलाओं का कहना था कि वो दूरदराज से खर्चा कर घर में बच्चा छोड़कर बंध्याकरण ऑपरेशन कराने अस्पताल में आती हैं, लेकिन बार-बार उन्हें घुमाया जाता है या परेशान किया जाता है. दिन भर उन्हें अस्पताल में रखने के बाद कहा जाता है कि अब नहीं होगा.
बंध्याकरण ऑपरेशन के लिए पहुंचती हैं महिलाएं सदर अस्पताल जामताड़ा में सहिया की तरफ से ग्रामीण क्षेत्र और दूरदराज से बंध्याकरण ऑपरेशन कराने के लिए महिलाएं पहुंचती हैं. जिनका लिस्ट में नाम होने के बाद ही ऑपरेशन किया जाता है. महिलाओं का नाम एक सीरीज में रहता है. सीरीज से नहीं कर दूसरी महिलाओं का ऑपरेशन कर दिया जाता है. ऐसे में महिलाओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है.
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अस्पताल प्रबंधन की व्यवस्था पर उठ रहा सवाल
महिलाओं के बंध्याकरण के लिए सदर अस्पताल में सरकार की तरफ से सारी व्यवस्था की गई है. चिकित्सक और सर्जन भी मौजूद हैं. बावजूद इसके महिलाओं को बंध्याकरण के लिए परेशान होना पड़ रहा है और उन्हें परेशान किया जा रहा है. जिससे अस्पताल के व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा हो रहा है.
क्या कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
इस बारे में जब सदर अस्पताल के उपाधीक्षक से संपर्क किया गया, तो उनका कहना था कि कुछ महिलाओं में हीमोग्लोबिन कम है. इस कारण से बंध्याकरण ऑपरेशन नहीं किया गया है. रिजेक्ट किया गया है. अस्पताल के उपाधीक्षक की तरफ से बताया गया है कि सिविल सर्जन से बात की जा रही है और शीघ्र ही इनका बंध्याकरण ऑपरेशन करा दिया जाएगा.