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दशाई नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन, आदिवासी समाज के लोगों ने लिया हिस्सा - दुमका सांसद सुनील सोरेन

जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड के डाकबंगला मैदान में दुर्गा पूजा के मौके पर भाजपा की ओर से दशाय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया.

आदिवासी समाज दशाई नृत्य प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
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Published : Oct 6, 2019, 11:57 AM IST

जामताड़ा: दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी और संथाल समाज में दशाय पर्व मनाया जाता है. दशाय नृत्य आदिवासी समाज की संस्कृति को बचाए रखने के उद्देश्य से नारायणपुर प्रखंड के डाक बंगला मैदान में दशाय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

देखें पूरी खबर

आयोजन में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के प्रतिभागियों ने भाग लेकर दशाय नृत्य प्रस्तुत किया. मुख्य अतिथि सांसद सुनील सोरेन ने विजयी टीम को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया. इस मौके पर सांसद सुनील सोरेन ने दशाय नृत्य को आदिवासी समाज का परंपरागत नृत्य और संस्कृति बताया. सांसद सुनील सोरेन ने अपनी संस्कृति और पहचान को आदिवासी समाज से बचाकर रखने की अपील करते हुए कहा कि कुछ लोग आदिवासी समाज को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं.

ये भी देखें- सांसद और विधायक ने पूजा-पंडाल का किया उद्धाटन, मां दुर्गे से की राज्य की समृद्धि की कामना

भारतीय जनता पार्टी की सरकार आदिवासी समाज को बचाने का काम कर रही है. जो कि आज तक किसी ने नहीं किया. सांसद ने आदिवासी गांव में आदिवासियों के धार्मिक स्थान और धर्म गुरु को सरकार से मानदेय दिए जाने और कानून बनाए जाने को लेकर योजनाओं की भी जानकारी दी. भाजपा नेता तरुण गुप्ता ने कहा कि दशाय नृत्य विलुप्त होते जा रही है. इस नृत्य को गांव के लोग छोड़ रहे हैं.

इस संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के उद्देश्य से ही इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. आपको बता दें कि दशाय नृत्य दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी समाज में मनाया जाने वाला एक परंपरागत नृत्य और संस्कृति है. जिसमें आदिवासी और संथाल समाज के लोग ढोल नगाड़े के साथ अपनी परंपरागत वेशभूषा में झूमते हैं और नृत्य करते हैं.

जामताड़ा: दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी और संथाल समाज में दशाय पर्व मनाया जाता है. दशाय नृत्य आदिवासी समाज की संस्कृति को बचाए रखने के उद्देश्य से नारायणपुर प्रखंड के डाक बंगला मैदान में दशाय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

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आयोजन में बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के प्रतिभागियों ने भाग लेकर दशाय नृत्य प्रस्तुत किया. मुख्य अतिथि सांसद सुनील सोरेन ने विजयी टीम को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया. इस मौके पर सांसद सुनील सोरेन ने दशाय नृत्य को आदिवासी समाज का परंपरागत नृत्य और संस्कृति बताया. सांसद सुनील सोरेन ने अपनी संस्कृति और पहचान को आदिवासी समाज से बचाकर रखने की अपील करते हुए कहा कि कुछ लोग आदिवासी समाज को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं.

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भारतीय जनता पार्टी की सरकार आदिवासी समाज को बचाने का काम कर रही है. जो कि आज तक किसी ने नहीं किया. सांसद ने आदिवासी गांव में आदिवासियों के धार्मिक स्थान और धर्म गुरु को सरकार से मानदेय दिए जाने और कानून बनाए जाने को लेकर योजनाओं की भी जानकारी दी. भाजपा नेता तरुण गुप्ता ने कहा कि दशाय नृत्य विलुप्त होते जा रही है. इस नृत्य को गांव के लोग छोड़ रहे हैं.

इस संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के उद्देश्य से ही इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. आपको बता दें कि दशाय नृत्य दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी समाज में मनाया जाने वाला एक परंपरागत नृत्य और संस्कृति है. जिसमें आदिवासी और संथाल समाज के लोग ढोल नगाड़े के साथ अपनी परंपरागत वेशभूषा में झूमते हैं और नृत्य करते हैं.

Intro:जामताङा: जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड के डाकबंगला मैदान में दुर्गा पूजा के मौके पर भाजपा की ओर से आदिवासी समाज का दशाय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया ।


Body:दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी और संथाल समाज में दशाय पर्व मनाया जाने वाला इस दशाय नृत्य आदिवासी समाज के संस्कृति को बचाए रखने के उद्देश्य से नारायणपुर प्रखंड के डाक बंगला मैदान में शनिवार को दशाय नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया ।जिसमें बड़े संख्या में आदिवासी समाज के प्रतिभागियों ने भाग लेकर दशाय नृत्य प्रस्तुत किया । मुख्य अतिथि सांसद सुनील सोरेन ने विजयी प्रतिभागी टीम को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया ।इस मौके पर सांसद सुनील सोरेन ने दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी समाज का मनाया जाने वाला दशाय नृत्य आदिवासी समाज का परंपरागत नृत्य एवं संस्कृति बताया ।सांसद सुनील सोरेन ने अपनी संस्कृति और पहचान को आदिवासी समाज से बचाकर रखने की अपील करते हुए कहा कि कुछ लोग आदिवासी समाज को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार आदिवासी समाज को बचाने का काम कर रही है। जो कि आज तक किसी ने नहीं किया । सांसद ने आदिवासी गांव में आदिवासियों के धार्मिक स्थान एवं धर्म गुरु को सरकार द्वारा मानदेय दिए जाने और कानून बनाए जाने को लेकर योजनाओं की भी जानकारी दी। भाजपा नेता तरुण गुप्ता ने कहा कि दशाय नृत्य विलुप्त होते जा रही है ।गांव के लोग छोड़ रहे हैं। इस संस्कृति और परंपरा को बचाए रखने के उद्देश्य से ही इस तरह की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

बाईट सुनील सोरेन सांसद एवं भाजपा नेता तरुण गुप्ता


Conclusion:आपको बता दें कि दशाय नृत्य दुर्गा पूजा के मौके पर आदिवासी समाज में मनाया जाने वाला एक परंपरागत नृत्य और संस्कृति है ।जिसमें आदिवासी और संथाल समाज के लोग ढोल नगाड़े के साथ अपने परंपरागत वेशभूषा में झूमते हैं और नृत्य करते हैं।
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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