ETV Bharat / state

जामताड़ाः लाखों की लागत से बने शौचालय बने शोपीस, लटका रहता है ताला - जामताड़ा में लाखों के शौचालय बने शोपीस

जामताड़ा जिले के मिहिजाम में लाखों की लागत से बने सामुदायिक शौचालय महज शोपीस बनकर रह गए हैं.लोगों का इसका लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. हमेशा वहां ताला लगा रहता है.

शौचालय बने शोपीस
शौचालय बने शोपीस
author img

By

Published : Sep 9, 2020, 7:49 PM IST

जामताड़ाः जिले के मिहिजाम में लाखों की लागत से बना सामुदायिक शौचालय मखौल बनकर रह गया है. शौचालय में हमेशा ताला लटका रहता है. इससे स्वच्छता मिशन को गृहण लग रहा है. जिस उद्देश्य हेतु शौचालय का निर्माण कराया गया उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है. लोगों का इसका लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. नतीजा सरकार की लाखों की सामुदायिक शौचालय योजना शोपीस रह गया है.

शौचालय बने शोपीस.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता और पूर्व मिहिजाम नगर परिषद उपाध्यक्ष ने सरकार की इस योजना को अनुपयोगी बताया है, जहां नहीं बनना चाहिए शौचालय वहां बना दिया गया. जहां लोगों का इसका कोई उपयोग नहीं है. दूसरी ओर इसे बनाने में करीब 30 लाख की लागत आई है. नतीजा शौचालय तो बना दिए गए लेकिन उपयोग में एक भी नहीं है और उसमें ताला लटका रहता है.

परिषद अध्यक्ष ने जगह की कमी बतायी

सामुदायिक शौचालय को लेकर जब मिहिजाम के नगर परिषद के अध्यक्ष से संपर्क कर पूछा गया तो उनका जवाब था कि मिहिजाम में नगर में जगह की कमी के कारण सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ है और हासी पहाड़ी में सामुदायिक शौचालय चालू है, जबकि उस में ताला लटका रहता है.

यह भी पढ़ेंः गोड्डाः साध्वी दुष्कर्म कांड का दूसरी आरोपी गिरफ्तार, एसपी ने कहा कड़ी सजा दिलाएंगे

मिहिजाम और जामताड़ा दोनों शहर में सामुदायिक शौचालय लाखों की लागत से ताबड़तोड़ बना दिए गए है और बनाने में खूब रुचि दिखाई गई, लेकिन इसका उपयोग कितना हो पा रहा है यह धरातल पर देखने को मिल रहा है, जो कि जांच का विषय है.

जामताड़ाः जिले के मिहिजाम में लाखों की लागत से बना सामुदायिक शौचालय मखौल बनकर रह गया है. शौचालय में हमेशा ताला लटका रहता है. इससे स्वच्छता मिशन को गृहण लग रहा है. जिस उद्देश्य हेतु शौचालय का निर्माण कराया गया उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है. लोगों का इसका लाभ भी नहीं मिल पा रहा है. नतीजा सरकार की लाखों की सामुदायिक शौचालय योजना शोपीस रह गया है.

शौचालय बने शोपीस.

झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ता और पूर्व मिहिजाम नगर परिषद उपाध्यक्ष ने सरकार की इस योजना को अनुपयोगी बताया है, जहां नहीं बनना चाहिए शौचालय वहां बना दिया गया. जहां लोगों का इसका कोई उपयोग नहीं है. दूसरी ओर इसे बनाने में करीब 30 लाख की लागत आई है. नतीजा शौचालय तो बना दिए गए लेकिन उपयोग में एक भी नहीं है और उसमें ताला लटका रहता है.

परिषद अध्यक्ष ने जगह की कमी बतायी

सामुदायिक शौचालय को लेकर जब मिहिजाम के नगर परिषद के अध्यक्ष से संपर्क कर पूछा गया तो उनका जवाब था कि मिहिजाम में नगर में जगह की कमी के कारण सामुदायिक शौचालय का निर्माण हुआ है और हासी पहाड़ी में सामुदायिक शौचालय चालू है, जबकि उस में ताला लटका रहता है.

यह भी पढ़ेंः गोड्डाः साध्वी दुष्कर्म कांड का दूसरी आरोपी गिरफ्तार, एसपी ने कहा कड़ी सजा दिलाएंगे

मिहिजाम और जामताड़ा दोनों शहर में सामुदायिक शौचालय लाखों की लागत से ताबड़तोड़ बना दिए गए है और बनाने में खूब रुचि दिखाई गई, लेकिन इसका उपयोग कितना हो पा रहा है यह धरातल पर देखने को मिल रहा है, जो कि जांच का विषय है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.