जामताड़ा: लॉकडाउन में करीब दो महीने के बाद जामताड़ा जिला एसपी ने मासिक अपराध बैठक आयोजित की, जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए पुलिस अधीक्षक ने पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए.
लॉकडाउन में लंबे समय के बाद एसपी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में मासिक अपराध बैठक आयोजित की, जिसमें जिले के पुलिस कप्तान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए और सभी थानों के अपराध को लेकर समीक्षा की है. एसपी ने बैठक में पुलिस पदाधिकारियों से बारी-बारी से मामले में आपराधिक गतिविधियों को लेकर चर्चा की है. साथ ही लॉकडाउन में विधि व्यवस्था और नियम-कानून के पालन को लेकर चर्चा की है. इसको लेकर पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए गए हैं. वहीं अपराधिक मासिक बैठक में पुलिस अधीक्षक द्वारा समीक्षा के बाद पाया गया कि पिछले 2 महीने में लॉकडाउन अवधि के दौरान थाने में काफी कम मामले आए और मामले भी कम दर्ज हुए हैं. साथ ही अपराधिक घटनाओं में भी कमी आई है.
पढ़ें:हजारीबागः कोरोना ने बदल दिया राजनीति का तरीका, वेब रैली बन रही नेताओं की पसंद
वहीं, पुलिस अधीक्षक अंशुमन कुमार ने हर महीने आयोजित होने वाले मासिक अपराध गोष्ठी पिछले 2 महीने से नहीं होने को लेकर चर्चा करते हुए बताया कि लॉकडाउन को लेकर पुलिस पदाधिकारी विधि व्यवस्था को लेकर काफी व्यस्त थे. अब स्थिति सामान्य है और जितने भी पॉजिटिव केस हैं वह क्वॉरेंटाइन के हैं, जिसको देखते हुए उन्होंने अनुमंडलवार सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए मासिक अपराध बैठक करने का फैसला लिया है. पुलिस अधीक्षक द्वारा ने यह भी बताया कि समीक्षा के दौरान पाया गया कि थाने में काफी कम मामले आए और अपराध की घटना में भी काफी कमी आई है.
बता दें, एसपी द्वारा हर महीने अपराधिक मामलों को लेकर मासिक अपराध गोष्ठी का आयोजन किया जाता है, जिसमें अपराधिक मामलों को लेकर समीक्षा की जाती है और पुलिस अधीक्षक द्वारा आवश्यक मामले में कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया जाता है. जो कि लॉकडाउन के कारण पिछले 2 महीने से एसपी के द्वारा मासिक अपराध गोष्ठी आयोजित नहीं हो पा रही थी. इस कारणवश पुलिस अधीक्षक अलग-अलग समय में मासिक अपराध गोष्ठी आयोजित कर समीक्षा कर रहे हैं और पुलिस पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दे रहे हैं.