जामताड़ा: नाला थाना क्षेत्र में बंद पड़े कोयला खदान से अवैध खनन कर कोयले की तस्करी हो रही है. अवैध खनन कर साइकिल मोटरसाइकिल बैलगाड़ी से कोयले की ढुलाई कर पश्चिम बंगाल में खपाया जाता है. वहीं पुलिस-प्रशासन इस तस्करी को रोक पाने में विफल साबित हो रही है.
ईसीएल के नाला थाना क्षेत्र में दर्जनों कोयले की खदान बंद पड़े हैं. यहां से कोयले का अवैध खनन कर तस्करी की जाती है. पूर्व कृषि मंत्री सत्यानंद झा और स्थानीय लोगों ने धड़ल्ले से पुलिस और पदाधिकारी के साठगांठ से कोयले का अवैध खनन होने का आरोप लगाया है. जिसपर रोक लगाने और कार्रवाई करने की मांग की गई है. अन्यथा आंदोलन करने की चेतावनी दी है.
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नाला थाना के वन क्षेत्र में पाला स्थली सुल्तानपुर जोरकुड़ी कास्ता परिहारपुर में ईसीएल की बंद पड़ी दर्जनों खदान हैं. जहां से कोयले का खनन कर बैलगाड़ी, मोटरसाइकिल और छोटे वाहन से तस्करी की जाती है. प्रशासन द्वारा अवैध खनन को रोक लगाने को लेकर कई बार डोजरिंग किया जाता है. बावजूद इसके अवैध खनन पर लगाम नहीं लग पा रहा है.
पुलिस अवैध खनन से कर रही इंकार
जिला खनन पदाधिकारी ने भी जांच के क्रम में अवैध कोयला खनन पाया है. जबकि नाला थाना प्रभारी सुरजीत सिंह की मांने तो यहां कभी कोयले का खनन हुआ ही नहीं. स्थानीय पुलिस की नजर में क्षेत्र में अवैध खनन कारोबार नहीं हो रहा है. जबकि धरातल पर वास्तविकता में अवैध खनन कर कोयले की तस्करी हो रही है. इससे स्थानीय पुलिस की इमानदारी और विश्वसनीयता पर प्रश्न खड़ा हो गया है.