जामताड़ा: सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आगामी पांच नवंबर को रांची के मोरहाबादी मैदान में आदिवासी सेंगेल अभियान रैली करने जा रहा है. जिसमें देश के अलावा नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के आदिवासी भी शामिल होंगे.
आगामी पांच नवंबर को सरना धर्म कोड लागू करने की मांग को लेकर रांची के मैदान में देश-विदेश के आदिवासी शामिल होंगे. बड़ी संख्या में लोग इस रैली में भाग लेने आ रहे है. इस आशय की जानकारी आदिवासी सेंगेल अभियान के नेता और पूर्व सासंद सालखान मुर्मू ने संथाल दौरा के दौरान दिया. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि सरना धर्म कोड दो और आदिवासी का वोट लो. उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार से सरना धर्म कोड लागू करने की मांग की है. साथ ही कहा है कि आदिवासी प्रकृति पूजक रहा है, वह हिंदू और क्रिश्चियन नहीं है. सरना धर्म कोर्ड लागू नहीं होने की वजह से कोई आदिवासी हिंदू बन रहा है तो कोई क्रिश्चियन. साथ ही कुर्मी महतो द्वारा आदिवासी दर्जा दिए जाने की मांग को उन्होंने गलत ठहराया और इसका विरोध किया है. उन्होंने आगे कहा कि यह मूल रूप से जो आदिवासी हैं उस पर यह हमला है. झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा, ओडिशा में बीजू जनता दल और बंगाल में त्रिमूल कांग्रेस इन सबकी जिम्मेदार है.
आपको बता दें कि पूर्व सांसद सालखान मुर्मू ने 5 नवंबर को होने वाली रैली को सफल बनाने के लिए संथाल का दौरा कर तैयारी शुरू कर दी है. इसके लिए जगह-जगह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक और सभा कर तैयारी कर रहे हैं.