जामताड़ा: कोरोना को लेकर इस बार हर पर्व-त्योहार फीका जा रहा है. अब रक्षा बंधन पर भी इसका ग्रहण लगता दिख रहा है. रक्षा बंधन के बाजार में पिछले साल की तरह इस बार रौनक नहीं है.
रक्षाबंधन को लेकर रंग-बिरंगे राखी का बाजार पट गया है, लेकिन खरीदार न के बराबर पहुंच रहे हैं. लोगों को कोरोना का भय सता रहा है, जिस कारण लोग बाजार नहीं जा रहे हैं. राखी का कारोबार करने वाले व्यापारियों पर इसका काफी असर पड़ रहा है. राखी विक्रेताओं का कहना है कि कोरोना के डर से लोग राखी खरीद नहीं रहे हैं. इस बार राखी का कारोबार काफी मंदा चल रहा है.
वहीं, स्थानीय लोगों का कहना है कि रक्षा बंधन को लेकर बहनें भाई को राखी बांधने के लिए बाजार जाती थी, लेकिन कोरोना के कारण इस बार बहनें बाजार नहीं जा रही हैं. लोगों ने कहा कि मार्च से हमलोगों ने कई पर्व-त्योहार ढंग से नहीं मनाया.
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कोरोना को लेकर कहीं भाई की कलाई सुनी न रह जाए. इसे लेकर स्थानीय समाजसेवी महिलाओं ने बहनों से व्हाट्सएप, इंटरनेट के जरिए राखी भेजकर भाई की मंगल कामना करने की अपील की है. समाज सेवी जामताड़ा कोर्ट की अधिवक्ता मुक्ता मंडल ने कहा कि भाई-बहन के पवित्र त्योहार रक्षाबंधन में कोरोना खलल डाल रहा है, लेकिन भाई की कलाई सुनी न रह जाए इसलिए इंटरनेट की सहायता ली जा रही है.
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा