जामताड़ा: सदर अस्पताल परिसर में लाखों की लागत से बना 10 बेड वाला बर्न यूनिट भवन बनकर तैयार है. सालों बीत जाने के बाद भी इस वार्ड में इलाज शुरू नहीं हो सका है. नतीजा यह है कि आम जनता को इस यूनिट से कोई फायदा नहीं हो पा रहा है.
सदर अस्पताल में बर्न यूनिट का निर्माण यह सोचकर कराया गया था कि जामताड़ा में बर्न केस वाले मरीजों का इलाज जिला में ही सुलभ हो पाएगा. लेकिन सालों बीत गए आज तक बर्न यूनिट बेकार पड़ा हुआ है. नतीजा यह है कि मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. छोटी बीमारियों के लिए भी भटकना पड़ता है. उन्हें बड़े अस्पताल रेफर कर दिया जाता है.
इस बारे में जब स्थानीय विधायक इरफान अंसारी को अवगत कराया गया तो उन्होंने स्वास्थ्य विभाग पर ही सवाल खड़ा कर दिया. साथ ही स्वास्थ्य विभाग को लूट का अड्डा बताते हुए कहा कि सरकार को गरीबों का इलाज कैसे हो, इसकी चिंता नहीं है. विधायक ने इसको गंभीरता से लेते हुए मामले को सदन में उठाने की बात कही है.
वहीं इस बारे में जब स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी से संपर्क साधा गया तो अधिकांश को यह तक पता नहीं था कि जामताड़ा में बर्न यूनिट भवन भी है, जो बनकर तैयार है. स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि दो-तीन साल पहले बर्न यूनिट भवन बना है, लेकिन चिकित्सक और टेक्नीशियन की नियुक्ति नहीं होने के कारण अभी तक इलाज शुरू नहीं हो सका है. लेकिन कब चालू हो पाएगा यह कोई नहीं बता पाया.
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बहरहाल जिस उद्देश्य से बर्न यूनिट भवन बनाया गया है, जनता के लाखों रुपये खर्च किये गये हैं, आज उस उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो पा रही है. यह कब चालू होगा यह भविष्य के गर्भ में है. लेकिन इतना जरूर है कि सरकार द्वारा खर्च किए गए राशि का सदुपयोग नहीं हो पाया है जो कि चिंता का विषय है.