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जामताड़ाः सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से मरीज फरार, जिला प्रशासन ने जारी किया शो कॉज

सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड से एक मरीज के फरार हो जाने से खलबली मच गई. फरार मरीज तमिलनाडु के कोयंबटूर से इलाज के लिए पहुंचा था. प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा है.

वार्ड से मरीज फरार
वार्ड से मरीज फरार
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Published : Jun 10, 2020, 6:46 AM IST

जामताड़ाः शहर के सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेटेड मरीज के फरार हो जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आइसोलेशन वार्ड से मरीज के फरार हो जाने से अस्पताल प्रबंधन में खलबली मच गई है. फरार मरीज तमिलनाडु के कोयंबटूर से जामताड़ा सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा था. मंगलवार को सदर अस्पताल से मरीज फरार हो गया. वह सभी को चकमा देकर मरीज भागने में सफल रहा.

आइसोलेशन वार्ड से मरीज फरार.

बताया जाता है बिंदापाथर थाना क्षेत्र के अमलादही गांव का युवक जो कोयंबटूर तमिलनाडु से पहुंचा था और सदर अस्पताल के लिए इलाज के लिए आया था. सदर अस्पताल इलाज के क्रम में चिकित्सक ने फीवर ज्यादा रहने और कोरोना से संदिग्ध लक्षण दिखाई पड़ने पर चिकित्सकों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेटेड कर दिया.

चिकित्सकों ने उसे आइसोलेटेड करते हुए ट्रूनेट मशीन से कोरोना जांच के लिए लिखा. बताया जाता है कि आइसोलेशन वार्ड में मंगलवार को जब सुबह उसे स्टाफ नर्स देखने पहुंची तो बेड पर मरीज नहीं था.

तत्पश्चात मामले का खुलासा हुआ और उसके भाग जाने से खलबली मच गई. सदर इस बारे में जब सदर अस्पताल के उपाधीक्षक चंद्र शेखर आजाद से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बिंदापत्थर अमलाड़ी का रहने वाला मरीज कोयंबटूर तमिलनाडु से आया था और सदर अस्पताल इलाज के लिए पहुंचा था.

यह भी पढ़ेंः कोरोना को हल्के में न लें झारखंडवासी, न्यूरो सर्जन ने कहा- हालात बिगड़े तो ओडिशा मॉडल होगा कारगर

यहां चिकित्सकों ने फीवर ज्यादा आने के कारण आइसोलेटेड कर दिया. जांच के लिए लिखा था, लेकिन वह बिना बताए वह भाग गया. उपाधीक्षक ने बताया कि इसकी सूचना दे दी गई है और इसे खोज की जा रही है.

जिला प्रशासन ने मामले को लिया संज्ञान

इस घटना को लेकर जामताड़ा जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और अस्पताल प्रबंधन पर शो कॉज जारी करते हुए जवाब मांगा है. जिला उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन महामारी के समय में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रही है और उसे हर सुविधा देने का काम किया जा रहा है. बावजूद इस तरह की घटना चिंताजनक है.

सदर अस्पताल से मरीज का फरार हो जाना अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है. ऐसे समय में जब वैश्विक महामारी का संकट चल रहा है, जहां स्वास्थ्य विभाग की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है और बाहर से आने वाले मरीज और कोरोना संदिग्ध लक्षण पाए जाने वाले मरीज का फरार हो जाना स्थिति को गंभीर बना सकता है.

जामताड़ाः शहर के सदर अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेटेड मरीज के फरार हो जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है. आइसोलेशन वार्ड से मरीज के फरार हो जाने से अस्पताल प्रबंधन में खलबली मच गई है. फरार मरीज तमिलनाडु के कोयंबटूर से जामताड़ा सदर अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा था. मंगलवार को सदर अस्पताल से मरीज फरार हो गया. वह सभी को चकमा देकर मरीज भागने में सफल रहा.

आइसोलेशन वार्ड से मरीज फरार.

बताया जाता है बिंदापाथर थाना क्षेत्र के अमलादही गांव का युवक जो कोयंबटूर तमिलनाडु से पहुंचा था और सदर अस्पताल के लिए इलाज के लिए आया था. सदर अस्पताल इलाज के क्रम में चिकित्सक ने फीवर ज्यादा रहने और कोरोना से संदिग्ध लक्षण दिखाई पड़ने पर चिकित्सकों ने उसे आइसोलेशन वार्ड में आइसोलेटेड कर दिया.

चिकित्सकों ने उसे आइसोलेटेड करते हुए ट्रूनेट मशीन से कोरोना जांच के लिए लिखा. बताया जाता है कि आइसोलेशन वार्ड में मंगलवार को जब सुबह उसे स्टाफ नर्स देखने पहुंची तो बेड पर मरीज नहीं था.

तत्पश्चात मामले का खुलासा हुआ और उसके भाग जाने से खलबली मच गई. सदर इस बारे में जब सदर अस्पताल के उपाधीक्षक चंद्र शेखर आजाद से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि बिंदापत्थर अमलाड़ी का रहने वाला मरीज कोयंबटूर तमिलनाडु से आया था और सदर अस्पताल इलाज के लिए पहुंचा था.

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यहां चिकित्सकों ने फीवर ज्यादा आने के कारण आइसोलेटेड कर दिया. जांच के लिए लिखा था, लेकिन वह बिना बताए वह भाग गया. उपाधीक्षक ने बताया कि इसकी सूचना दे दी गई है और इसे खोज की जा रही है.

जिला प्रशासन ने मामले को लिया संज्ञान

इस घटना को लेकर जामताड़ा जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और अस्पताल प्रबंधन पर शो कॉज जारी करते हुए जवाब मांगा है. जिला उपायुक्त ने बताया कि जिला प्रशासन महामारी के समय में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा कर रही है और उसे हर सुविधा देने का काम किया जा रहा है. बावजूद इस तरह की घटना चिंताजनक है.

सदर अस्पताल से मरीज का फरार हो जाना अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और सुरक्षा पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहा है. ऐसे समय में जब वैश्विक महामारी का संकट चल रहा है, जहां स्वास्थ्य विभाग की भूमिका काफी महत्वपूर्ण हो जाती है और बाहर से आने वाले मरीज और कोरोना संदिग्ध लक्षण पाए जाने वाले मरीज का फरार हो जाना स्थिति को गंभीर बना सकता है.

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