जामताड़ा: स्वच्छता अभियान के तहत हर जगह शौचालय बनाए तो गए, लेकिन विभागीय लापरवाही और अधिकारियों की उदासीनता के चलते इनके दरवाजों पर ताले लटक रहे हैं. जिससे लोगों को बेहद परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है. हालांकि सरकारी कागजातों में जामताड़ा और मिहिजाम को ओडीएफ घोषित किया गया. लेकिन शौचालयों में लटक रहे तालों की वजह से लोग खुले में ही शौच जाने को मजबूर हैं.
स्थानीय समाजसेवी आरती सिन्हा का कहना है कि जितने भी शौचालय बने वो सिर्फ नाम के लिए हैं. पैसे का दुरुपयोग किया गया है. जनता की परेशानी तो आज भी बनी वैसे ही बनी हुई है. आरती सिन्हा की मांग है कि इस पूरे मामले की जांच करके दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
मामले को लेकर मिहिजाम नगर परिषद के अध्यक्ष चेयरमैन का का कहना है कि शौचालय को जल्द ही चालू करा दिया जाएगा. मिहिजाम और जामताड़ा को स्वच्छता अभियान के तहत काफी धूमधाम के साथ ओडीएफ घोषित किया गया. लेकिन बंद पड़े शौचालयों ने जामताड़ा मिहिजाम के स्वच्छता अभियान की पोल खोल कर रख दी है.