जामताड़ा: झारखंड विधानसभा में नमाज के लिए अलग से आवंटित कमरे को लेकर बयानबाजी जारी है. गुरुवार को भाजपा सांसद सुनील सोरेन ने हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि विशेष वर्ग समुदाय के लिए नमाज को लेकर विधानसभा में जगह आवंटित करना दुर्भाग्यपूर्ण है.
यह भी पढ़ें: सदन में नमाज कक्ष का विवाद सुलझाने के लिए बनी कमेटी, भानू ने कहा- भाजपा के दबाव का हुआ असर
सभी धर्म का सम्मान करे सरकार
सांसद ने कहा कि सरकार को सभी धर्म का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार अगर एक विशेष वर्ग के लोगों के लिए कमरा आवंटित करती है तो आदिवासी, जैन, ईसाई और हिंदू सहित सभी धर्म के लोगों को भी जगह मिलनी चाहिए. हेमंत सोरेन ने झारखंड में एक गलत परंपरा की शुरूआत की है. जनता इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करेगी.
आदिवासी समाज को धोखा दे रही हेमंत सरकार
सुनील सोरेन ने हेमंत सरकार पर आदिवासी समाज को सम्मान नहीं देने का आरोप लगाया. सुनील सोरेन ने कहा कि भाजपा ने आदिवासी समाज से आने वाले बाबूलाल मरांडी को विपक्ष का नेता घोषित किया लेकिन सरकार उसे मान्यता नहीं देना चाहती है. यह आदिवासी समाज का अपमान है. उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासी समाज को धोखा दे रही है. बाबूलाल को नेता विपक्ष बनाने से डर रही है.
क्या है पूरा मामला?
3 सितंबर को विधानसभा अध्यक्ष के निर्देश पर उपसचिव नवीन कुमार के हस्ताक्षर से विधानसभा ने एक चिट्ठी जारी किया था. इसमें नमाज अता करने के लिए विधानसभा में एक कमरा आवंटित किया गया है. इसी को लेकर झारखंड में सियासी तापमान चढ़ा हुआ है. भाजपा का कहना है कि विधानसभा में बजरंग बली का मंदिर बनवाया जाए.