जामताड़ाः झारखंड में कुछ दिन पहले भवनों का स्वरूप बदले जाने के मामले का भूत फिर निकल आया है. अब जामताड़ा के नाराडीह गांव में सामुदायिक भवन में मदरसा (Madrasa in community building Naradih) चलाए जाने का मामला सामने आया है. मदरसा चलाए जाने का पोस्टर भी लगाया गया है. जबकि बगल में ही सरकारी स्कूल भी है. लोगों का कहना है कि इसके लिए कोई मंजूरी भी नहीं है. इधर गांव के दूसरे समुदाय के लोगों से सामुदायिक भवन छिन गया है. इस मामले में बीडीओ ने कुछ कहने से इंकार कर दिया.
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बता दें कि जामताड़ा में कुछ दिनों पहले मुस्लिम बहुल क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों में मदरसा जैसी व्यवस्था लागू करने का मामला सामने आया था. रविवार को साप्ताहिक अवकाश के जगह शुक्रवार को छुट्टी कर दी गई थी. वहीं विद्यालयों के आगे उर्दू लिख दिया गया था. स्कूल में पूर्व निर्धारित प्रार्थना और उसकी प्रक्रिया की व्यवस्था को भी बिना किसी उचित मंजूरी के बदल दिया गया था. इस मामले के सुर्खियों में आने के बाद अब जामताड़ा के नाराडीह में सामुदायिक भवन में मदरसा संचालित किए जाने का मामला सामने आया है.
आदिवासी समुदाय के लोग भी रहते हैं गांव मेंः स्थानीय लोगों के अनुसार नाराडीह गांव मुस्लिम बहुल है, लेकिन आदिवासी समुदाय के लोग भी रहते हैं. गांव के सभी लोगों के सार्वजनिक कार्य के लिए साल 2003 में सांसद निधि से यहां सामुदायिक भवन का निर्माण कराया गया था. लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोगों की संख्या ज्यादा होने से बिना उचित मंजूरी के यहां मदरसा खोल दिया गया. सामुदायिक भवन के गेट पर बाकायदा मदरसा निजामिया हबीबिया नाराडीह जामतारा (madrasa nizamia habibiya naradih jamtara) इससे गांव के दूसरे समुदाय के लोग इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं.
पास में ही सरकारी विद्यालयः स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसा नहीं है कि पढ़ाई के लिए यह व्यवस्था की गई है. क्योंकि मदरसे के पास ही नाराडीह प्राथमिक विद्यालय संचालित है, जहां गांव के बच्चे पढ़ने आते हैं. आरोप है कि लेकिन मुस्लिम समुदाय के लोगों की संख्या अधिक होने से सामुदायिक भवन पर कब्जा कर लिया गया और धार्मिक शिक्षा दी जाने लगी. इससे यहां रह रहे आदिवासी समुदाय के लोगों और अन्य को परेशानी हो रही है.
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विधायक इरफान अंसारी पर जामताड़ा का इस्लामीकरण करने का आरोपः भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य वीरेंद्र मंडल ने सामुदायिक भवन मामले के बहाने जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी पर शहर का इस्लामीकरण करने का आरोप लगाया है. स्थानीय भाजपा नेता वीरेंद्र मंडल ने कहा कि देश की व्यवस्था के सामानांतर जामताड़ा में शरिया कानून लागू करने की कोशिश की जा रही है.
रिपोर्ट का क्या हुआ नहीं लगा पताः इससे पहले जामताड़ा के सरकारी विद्यालयों के बिना अनुमति बदले जाने के मामले के तूल पकड़ने पर शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने विभागीय सचिव से रिपोर्ट मांगने की बात कही थी लेकिन रिपोर्ट का क्या हुआ अभी तक पता नहीं चल सका.