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विधानसभा चुनाव 2019: नाला सीट से जेएमएम विधायक रवींद्रनाथ महतो का रिपोर्ट कार्ड

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Published : Sep 30, 2019, 10:13 PM IST

नाला विधानसभा सीट पर सीपीआई का गढ़ माना जाता है. सीपीआई के नेता विशेश्वर खां यहां से 9 बार विधायक रहे थे. 2014 में जेएमएम के रविंद्र नाथ महतो बीजेपी को फिर से हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया है. उनका दावा है कि नाला की जनता उन्हें फिर से जीताएगी.

विधायक रवींद्रनाथ महतो

जामताड़ा: झारखंड के 81 विधानसभा सीट में जामताड़ा का नाला विधानसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट है. काजू की खेती के लिए नाला विधानसभा काफी मशहूर माना जाता है. देवेश्वर धाम और सिंह वाहिनी मंदिर प्रमुख देवस्थल है. कुल मतदाताओं की संख्या नाला विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख13 हजार 363 है. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 1 लाख15 हजार 050 और महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 18 हजार है.

विधायक रवींद्रनाथ महतो का रिपोर्ट कार्ड

नाला विधानसभा क्षेत्र में है कई समस्या
जामताड़ा जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर नाला विधानसभा दुमका और पश्चिम बंगाल के सीमा से सटा हुआ है. जो काफी पिछड़ा विधानसभा क्षेत्र माना जाता है. यहां शिक्षा, रोजगार, सिंचाई, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य समस्या से यहां के लोगों को दो-चार होना पड़ता है. रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए लोगों को बंगाल जाना पड़ता है रोजगार का कोई साधन नहीं है.

वहीं, पलाश थली रेलवे लाइन वर्षों से बंद पड़ा हुआ है. दर्जनों कोयले की खदान बंद पड़े हैं. जामताड़ा जिला अलग राज्य बना, सरकारें आई और गई. जनता अपना जनप्रतिनिधि चुनते गए, लेकिन समस्याओं का अंबार जस की तस ही रह गई. विकास की किरण नहीं पहुंच पाई. नतीजा नाला विधानसभा क्षेत्र की जनता को विकास का मोहताज होना पड़ रहा है.

विधायक रवींद्रनाथ महतो गिनाई उपल्बिध
नाला विधानसभा के विधायक रवींद्रनाथ महतो का कहना है कि इस क्षेत्र में विपक्ष रहकर भी उन्होंने विकास का काम किया है और अपने कुशल नेतृत्व व्यवहार से फिर से जनता का भरोसा जीतने का दावा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वे जनता फिर से विधायक बनाएगी. जबकि भाजपा के नेता विधायक को विकास का बाधक बता रहे हैं. भाजपा के सत्यानंद झा पूर्व कृषि मंत्री का कहना है कि जो भी विकास का काम हुआ है या हो रहा है वह सरकार की देन है. स्थानीय विधायक का कोई योगदान नहीं है.

सीपीआई का 9 बार रहा कब्जा
नाला विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टिकोण से सीपीआई का गढ़ रहा है. सीपीआई के नेता डॉक्टर विशेषण खा एक लंबे समय से 9 बार यहां के विधायक रहे. इसके बाद एक बार कांग्रेस ने इन्हें हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया. 2005 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रविंद्र नाथ महतो ने भाजपा के सत्यानंद झा को हराकर विधायक बने. 2009 में सत्यानंद झा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और झामुमो के विधायक रविंद्र महतो को हराकर विधायक बने. 2014 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के रविंद्र नाथ महतो भाजपा को फिर से हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया है. 2019 में होने वाले चुनाव में वर्तमान झामुमो विधायक रविंद्र नाथ महतो फिर से इस विधानसभा सीट में जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनके सारे दावों को नाला की जनता पोल खोल रही है.

ये भी पढ़ें- विधानसभा चुनाव 2019: देवघर सीट से भाजपा विधायक नारायण दास का रिपोर्ट कार्ड

आने वाले समय में जनता करेगी फैसला
नाला विधानसभा विधायक रविंद्र नाथ महतो जहां अपने व्यवहार से जनता का विश्वास जीत रहे है. वहीं विधायक 2019 में विधानसभा सीट पर जीत बरकरार रखने का दावा कर रहे हैं. क्षेत्र की जनता विधायक जी के तमाम दावों को नकार रही हैं. उनका कहना है कि विधायक रविंद्र नाथ महतो पूरी तरह से जनता के विश्वास पर खरे नहीं उतर पाए हैं. ऐसे में अब देखना है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने इस विधानसभा सीट् पर कब्जा बरकरार रखने के लिए विधायक पर कितना भरोसा करती है.

जामताड़ा: झारखंड के 81 विधानसभा सीट में जामताड़ा का नाला विधानसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट है. काजू की खेती के लिए नाला विधानसभा काफी मशहूर माना जाता है. देवेश्वर धाम और सिंह वाहिनी मंदिर प्रमुख देवस्थल है. कुल मतदाताओं की संख्या नाला विधानसभा क्षेत्र में 2 लाख13 हजार 363 है. जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 1 लाख15 हजार 050 और महिला मतदाता की संख्या 1 लाख 18 हजार है.

विधायक रवींद्रनाथ महतो का रिपोर्ट कार्ड

नाला विधानसभा क्षेत्र में है कई समस्या
जामताड़ा जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर नाला विधानसभा दुमका और पश्चिम बंगाल के सीमा से सटा हुआ है. जो काफी पिछड़ा विधानसभा क्षेत्र माना जाता है. यहां शिक्षा, रोजगार, सिंचाई, बिजली, सड़क और स्वास्थ्य समस्या से यहां के लोगों को दो-चार होना पड़ता है. रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए लोगों को बंगाल जाना पड़ता है रोजगार का कोई साधन नहीं है.

वहीं, पलाश थली रेलवे लाइन वर्षों से बंद पड़ा हुआ है. दर्जनों कोयले की खदान बंद पड़े हैं. जामताड़ा जिला अलग राज्य बना, सरकारें आई और गई. जनता अपना जनप्रतिनिधि चुनते गए, लेकिन समस्याओं का अंबार जस की तस ही रह गई. विकास की किरण नहीं पहुंच पाई. नतीजा नाला विधानसभा क्षेत्र की जनता को विकास का मोहताज होना पड़ रहा है.

विधायक रवींद्रनाथ महतो गिनाई उपल्बिध
नाला विधानसभा के विधायक रवींद्रनाथ महतो का कहना है कि इस क्षेत्र में विपक्ष रहकर भी उन्होंने विकास का काम किया है और अपने कुशल नेतृत्व व्यवहार से फिर से जनता का भरोसा जीतने का दावा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वे जनता फिर से विधायक बनाएगी. जबकि भाजपा के नेता विधायक को विकास का बाधक बता रहे हैं. भाजपा के सत्यानंद झा पूर्व कृषि मंत्री का कहना है कि जो भी विकास का काम हुआ है या हो रहा है वह सरकार की देन है. स्थानीय विधायक का कोई योगदान नहीं है.

सीपीआई का 9 बार रहा कब्जा
नाला विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टिकोण से सीपीआई का गढ़ रहा है. सीपीआई के नेता डॉक्टर विशेषण खा एक लंबे समय से 9 बार यहां के विधायक रहे. इसके बाद एक बार कांग्रेस ने इन्हें हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया. 2005 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रविंद्र नाथ महतो ने भाजपा के सत्यानंद झा को हराकर विधायक बने. 2009 में सत्यानंद झा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और झामुमो के विधायक रविंद्र महतो को हराकर विधायक बने. 2014 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के रविंद्र नाथ महतो भाजपा को फिर से हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया है. 2019 में होने वाले चुनाव में वर्तमान झामुमो विधायक रविंद्र नाथ महतो फिर से इस विधानसभा सीट में जीत का दावा कर रहे हैं, लेकिन उनके सारे दावों को नाला की जनता पोल खोल रही है.

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आने वाले समय में जनता करेगी फैसला
नाला विधानसभा विधायक रविंद्र नाथ महतो जहां अपने व्यवहार से जनता का विश्वास जीत रहे है. वहीं विधायक 2019 में विधानसभा सीट पर जीत बरकरार रखने का दावा कर रहे हैं. क्षेत्र की जनता विधायक जी के तमाम दावों को नकार रही हैं. उनका कहना है कि विधायक रविंद्र नाथ महतो पूरी तरह से जनता के विश्वास पर खरे नहीं उतर पाए हैं. ऐसे में अब देखना है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने इस विधानसभा सीट् पर कब्जा बरकरार रखने के लिए विधायक पर कितना भरोसा करती है.

Intro:जामताङा: झारखंड के 81विधानसभा सीट में जामताड़ा जिला का नाला विधानसभा सीट काफी महत्वपूर्ण सीट है। काजू की खेती के लिए नाला विधानसभा काफी प्रसिद्ध है। देवेश्वर धाम और सिंह वाहिनी मंदिर प्रमुख देवस्थल है। कुल मतदाताओं की संख्या नाला विधानसभा क्षेत्र में 213363 है ।जिसमें पुरुष मतदाता की संख्या 115050 और महिला मतदाता की संख्या 118000 है।


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V1 जामताड़ा जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर नाला विधानसभा दुमका और पश्चिम बंगाल के सीमा पर सटा हुआ है। जो काफी पिछड़ा विधानसभा क्षेत्र है। समस्याओं की यहां अंबार है। शिक्षा रोजगार सिंचाई बिजली सड़क स्वास्थ्य समस्या से यहां के लोगों को दो-चार होना पड़ता है। रोजगार शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए बंगाल जाना पड़ता है ।रोजगार का कोई साधन नहीं है। पलाश थली रेलवे लाइन वर्षों से बंद पड़ा हुआ है ।दर्जनों कोयले की खदान बंद पड़े हुए हैं ।अलग राज्य बना ।सरकारें आई गई ।जनता अपना जनप्रतिनिधि चुनते गई। लेकिन समस्याओं का अंबार जस की तस ही रह गया। विकास की किरण नहीं पहुंच पाई । नतीजा नाला विधानसभा क्षेत्र की जनता को विकास का मोहताज होना पड़ रहा है। नाला विधानसभा के विधायक रवींद्रनाथ महतो का कहना है कि इस क्षेत्र में विपक्ष में रहकर भी जहां तक हो सका है उन्होंने विकास का काम किया है और अपने कुशल नेतृत्व व्यवहार से फिर से जनता का भरोसा जीतने का दावा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि वे जनता फिर से विधायक बनाएगी ।जबकि भाजपा के नेता विधायक को विकास का बाघक बता रहे हैं ।भाजपा के सत्यानंद झा पूर्व कृषि मंत्री का कहना है कि जो भी विकास का काम हुआ है या हो रहा है वह सरकार की देन है। स्थानीय विधायक का कोई योगदान नहीं है।

बाईट रविंद्र नाथ महतो विधायक झामुमो नाला
बाईट सत्यानंद झा और बांटो पूर्व विधायक भाजपा
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V2 नाला विधानसभा क्षेत्र राजनीतिक दृष्टिकोण से सीपीआई का गढ़ रहा है ।सीपीआई के नेता डॉक्टर विशेषण खा एक लंबे समय से 9 बार यहां के विधायक रहे ।इसके बाद एक बार इन्हें हराकर कांग्रेस ने इस सीट पर कब्जा जमाया। 2005 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक रविंद्र नाथ महतो ने भाजपा के सत्यानंद झा को हराकर विधायक बने ।2009 में सत्यानंद झा भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और झामुमो के विधायक रविंद्र महतो को हराकर विधायक बने। 2014 में झारखंड मुक्ति मोर्चा के रविंद्र नाथ महतो भाजपा को फिर से हराकर इस सीट पर कब्जा जमाया ।2019 में होने वाले चुनाव में वर्तमान झामुमो विधायक रविंद्र नाथ महतो फिर से इस विधानसभा सीट में जीत का दावा कर रहे हैं लेकिन उनके सारे दावों की पोल क्षेत्र की जनता खोल रही है।
बाईट विधानसभा क्षेत्र नाला की जनता



Conclusion:नाला विधानसभा विधायक रविंद्र नाथ महतो जहां अपने व्यवहार से जनता का विश्वास जीत पुनः 2019 में विधानसभा सीट पर जीत बरकरार रखने की दावा कर रहे हैं ।तो वहीं क्षेत्र की जनता विधायक जी के तमाम दावों को नकार रही हैं ।विधायक रविंद्र नाथ महतो पूरी तरह से जनता के विश्वास पर खरे उतर नहीं पाए हैं। ऐसे में अब देखना है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा अपने इस विधानसभा सीट्स पर कब्जा बरकरार रखने के लिए विधायक पर कितना भरोसा करती है या नहीं
संजय तिवारी ईटीवी भारत जामताड़ा
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