जामताड़ा: दिवंगत शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी के मंत्री पद शपथ ग्रहण समारोह में नहीं बुलाए जाने पर जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने नाराजगी जाहिर की है. विधायक ने इसे झारखंडवासियों का अपमान बताया है. गौरतलब है कि दिवंगत मंत्री जगरनाथ महतो की धर्मपत्नी को उत्पाद और मद्य निषेध विभाग का मंत्री बनाया गया है. शपथ ग्रहण समारोह राजभवन में संपन्न हुआ.
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राज्यपाल पर लगाए ये आरोप: जामताड़ा विधायक ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन के फैसले पर आपत्ति जताई है. कहा राज्यपाल ने गठबंधन सरकार के मंत्रियों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं करके लोकतंत्र का अपमान किया है. कहा कि भाजपा ने उन्हें राज्यपाल बना दिया है. इसका मतलब ये नहीं कि वे पार्टी विशेष के राज्यपाल हो जाएंगे. कहा कि राज्यपाल संवैधानिक पद पर हैं और वे सभी पार्टियों सहित झारखंड के प्रत्येक लोगों के राज्यपाल हैं. कहा कि मैंने राज्यपाल के इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की. वे अच्छे इंसान हैं, उन्हें किसी के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.
40 की जगह 100 बुला लेते: विधायक इरफान अंसारी ने बताया कि मंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल भवन से सिर्फ 40 लोगों को ही बुलाया गया. मंत्री और कई विधायक को नहीं बुलाया गया. विधायक ने कहा कि मुझे भी यह रात में जानकारी हुई कि मेरा नाम लिस्ट में नहीं है. कहा कि यह सुनकर बहुत आहत हुआ. इरफान ने कहा कि अगर 40 की जगह 100 लोग शामिल हो जाते तो क्या हो जाता?
हेमंत की तारीफ में पढ़े कसीदे: विधायक इरफान अंसारी ने जहां शपथ ग्रहण समारोह में निमंत्रण नहीं मिलने और नहीं बुलाए जाने पर जहां राज्यपाल के प्रति नाराजगी जाहिर की. वहीं हेमंत सरकार के फैसले पर खुशी जाहिर की. कहा वर्तमान हेमंत सरकार ने दिवंगत मंत्री की पत्नी को मंत्रीपद देकर सम्मान दिया. कहा कि महतो समाज की हितैषी हेमंत सरकार ही है. उन्होंने कहा कि यह बात महतो वर्ग को समझना चाहिए.