जामताड़ा: जिले के जामताड़ा प्रखंड परिसर में लाखों की लागत से मार्केट कॉम्पलेक्स निर्माण कर दुकानें बनाई गई, जो कि ये वर्षों से बंद पड़ा हुआ है. इस मार्केट के प्रति प्रशासन और अधिकारी उदासीन रवैया अपनाए हुए है.
क्या है मामला
2007 में जामताड़ा प्रखंड परिसर में स्वयं सहायता समूह के लाभुक को रोजगार उपलब्ध कराने के उद्देश्य से लाखों की लागत से मार्केट कॉम्पलेक्स निर्माण कर दुकान बनाई गई ताकि स्वयं सहायता समूह के लोगों को रोजगार मिल सकेगा. रोजगार कर वह अपना आर्थिक उन्नति कर सकेंगे. राशि आवंटन होते ही पदाधिकारी, ठेकेदार और इंजीनियर मार्केट कॉम्पलेक्स निर्माण कराने में तो काफी रुचि दिखाई, लेकिन अधिकारी इन मार्केट दुकान को आवंटित करने और लाभुकों के बीच वितरण करने में आज तक रुचि नहीं दिखाई. नतीजा दुकानें बंद पड़ी हुई है.
क्या कहते हैं लाभुक
लाभुक और स्थानीय लोगों का कहना है कि 2007 में उनके लिए सरकारी राशि का खर्च कर मार्केट कॉम्पलेक्स और दुकान का निर्माण कराया गया, लेकिन आज तक दुकान को आवंटित नहीं किया गया. कई बार प्रशासन और अधिकारी को आवेदन भी दिया गया, लेकिन कोई कार्यवाही नहीं हुई. लाखों की लागत से बंद पड़े मार्केट कॉम्पलेक्स और दुकान को लेकर जब जिला के उपायुक्त गणेश कुमार से पूछा गया तो उपायुक्त ने बताया कि ये मामला उनके संज्ञान में है और इस को लेकर जांच कर शीघ्र ही लाभुकों के बीच दुकान का वितरण कर दिया जाएगा.