जामताड़ा: जिला के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मी अपने सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. जिससे जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है.
एनआरएचएम अनुबंध स्वास्थ्यकर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए
जामताड़ा जिला स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनआरएचएम के अनुबंध स्वास्थ्य कर्मी अपने सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से जिले के स्वास्थ व्यवस्था चरमरा गई है. हड़ताल पर जाने वाले अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों में जीएनएम फार्मासिस्ट और लैब टेक्नीशियन शामिल है, जिनके हड़ताल पर चले जाने से काम नहीं करने के कारण स्वास्थ्य व्यवस्था बिगड़ गई है.
अपनी सेवा नियमित करने की मांग को कर रहे हैं आंदोलन
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर गए जिले के स्वास्थ्य विभाग के अनुबंध एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मी अपनी सेवा नियमितीकरण की मांग को लेकर वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन आज तक उनकी मांग पूरी नहीं हो पाई है. अनुबंध स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि जब भी सरकार बदलती है उन्हें आश्वासन दिया जाता है कि उन्हें सेवा नियमितीकरण कर दिया जाएगा और उनकी मांग पूरी नहीं हो पाती है. उनका कहना है कि जब तक सकारात्मक पहल नहीं की जाएगी मांगे पूरी नहीं होगी तब तक वे हड़ताल पर रहेंगे.
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कोविड-19 अस्पताल में पड़ रहा है इसका असर
अनुबंध स्वास्थ्य कर्मियों को अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाने से काम नहीं करने के कारण जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था तो चरमरा तो गई है. वहीं कोविड-19 अस्पताल में भी इसका काफी असर पड़ रहा है. चिकित्सकों को मरीजों को सेवा देने में और एडमिट करने में इलाज करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. चिकित्सक खुद मरीजों को देखभाल कर रहे हैं. कोविड-19 के प्रभारी चिकित्सक डॉक्टर अजीत कुमार दुबे ने बताया कि हड़ताल पर एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मियों के चले जाने से काफी परेशानी हो रही है. सफाई कर्मी दैनिक मजदूर कर्मी से सेवा लेना पड़ रहा है.
चिकित्सक को करने पड़ रहे सारे काम
जामताड़ा जिला स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एनआरएचएम स्वास्थ्य कर्मियों को अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य व्यवस्था पर काफी प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है. विशेषकर इस महामारी काल में कोविड-19 हस्पताल में इसका प्रभाव देखा जा रहा है. जहां चिकित्सक को सारे काम करना पड़ रहा है और चिकित्सक को कोविड-19 अस्पताल में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.