जामताड़ा: जिले में कोरोना कैंप जांच में संक्रमित पाई गई एक महिला को स्वास्थ्य और पुलिस विभाग की टीम लाने बिष्टुपुर गांव गई तो पुलिस को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों की वजह से पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम को वापस लौटना पड़ा. बता दें कि कैंप में कोरोना जांच में संक्रमित पाई गई महिला की दूसरी बार कराई गई जांच की रिपोर्ट नेगेटिव पाई गई है.
क्या है पूरा मामलाजिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के गांव की एक महिला ने गांव में लगे कोरोना जांच कैंप में जांच कराई थी. यहां उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव पाई गई. बताया जाता है कि संक्रमित पाए जाने के बाद उसे कोविड-19 अस्पताल जाने के लिए कहा गया था, लेकिन दो दिन बाद जब वह अपने पति के साथ कोविड-19 अस्पताल पहुंची और उसने दोबारा जांच कराई तो रिपोर्ट नेगेटिव आई. कोविड 19 अस्पताल में जांच के बाद रिपोर्ट नेगेटिव बताए जाने के बाद वह वापस घर चली आई.
2 दिन तक स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन रहा बेखबरकैंप जांच में संक्रमित और पॉजिटिव पाए जाने के बाद 2 दिन तक पुलिस और स्वास्थ्य प्रशासन बेखबर रहा, जब संक्रमित महिला कोविड-19 अस्पताल से जांच में नेगेटिव पाए जाने के बाद वापस गांव लौट आई तब स्वास्थ्य विभाग और पुलिस प्रशासन की वहां पहुंची. फिर जाकर इस मामले का खुलासा हुआ कि कैंप जांच में महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई. वहीं 2 दिन बाद कोविड अस्पताल में जांच में उसे नेगेटिव बताया गया. इसके बाद रविवार देर रात पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीम एक कैंप जांच में संक्रमित पाई गई महिला को आइसोलेट करने के लिए पहुंची थी. यहां टीम को देख ग्रामीण भड़क गए और उन्हें घेर लिया.
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क्या कहती है पुलिस
इस मामले को लेकर गांव में महिला को लाने पहुंचे पुलिस टीम का कहना था कि डॉक्टर की तरफ से महिला को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. जिले में आइसोलेट करने के लिए एंबुलेंस लेकर गांव पहुंचे थे. जहां परिजनों की तरफ से बताया गया की कोविड-19 अस्पताल में जांच में नेगेटिव पाया गया है. पुलिस प्रशासन का कहना था कि अगर महिला नेगेटिव पाई गई है तो इसकी जांच करा ली जाएगी और पॉजिटिव है तो उसे भर्ती कराया जाएगा.