जामताड़ा: इस वर्ष मानसून में अच्छी बारिश से जामताड़ा के किसानों के चेहरे खिल गए हैं. मानसून के अच्छे रुख के कारण जोश से लबरेज किसान धान की बुआई में जुट गए हैं. वे जोर-शोर से रोपनी के काम में जुटे हैं. इस साल जिले के किसानों को अच्छी पैदावार होने की उम्मीद है. हालांकि किसानों को खाद-बीज की चिंता भी सता रही है.
समय पर नहीं मिल रहा खाद-बीज
स्थानीय किसानों का कहना है कि इस वर्ष मानसून में जिले में अच्छी बारिश हुई है. अच्छी पैदावार में यह उपयोगी होगा. इस दौरान किसान खाद-बीज के लिए चिंतित भी दिखे. उन्होंने कहा कि समय पर बीज-खाद नहीं मिल पा रहा है. किसानों ने बताया कि यहां अक्सर समय पर बीज नहीं मिल पाता और न ही पता चल पाता है कि कब बीज-खाद मिल रहा है. इसके कारण किसानों को बाजार से ऊंची कीमत पर बीज और खाद खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है.
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खाद-बीज की कालाबाजारी पर कड़ी कार्रवाई करेंगे
इस संबंध में उपायुक्त गणेश कुमार ने बताया कि किसानों को सरकार की ओर से खाद-बीज मुहैया कराई जा रही है. बाजारों में बीज और खाद की कालाबाजारी न हो, इसके लिए नजर रखी जा रही है. किसानों को कोई असुविधा नहीं होने दी जाएगी. इसके लिए कृषि पदाधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए गए हैं. यदि किसी भी तरह की कोई शिकायत मिलती है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी .
सरकार किसानों की उन्नति के लिए कई तरह की योजनाएं चला रही है पर तमाम किसानों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. जामताड़ा जिले में किसानों को समय पर खाद और बीज नहीं मिल पा रही है. इससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.