जामताड़ा: झारखंड सरकार की बजट सत्र में जामताड़ा के प्रवासी मजदूरों और जामताड़ा के समाजसेवी-बुद्धिजीवी ने प्रवासी मजदूरों के लिए काफी उम्मीद व्यक्त किया है. प्रवासी मजदूर नौजवानों ने सरकार से प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार के लिए काफी उम्मीद है.
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प्रवासी मजदूरों को घर में ही मिले रोजगार
लोगों को उम्मीद है कि आने वाले बजट में हेमंत सरकार से प्रवासी मजदूरों को घर में रोजगार देने की मांग है. जिससे उनका पलायन रूकेगा और उनको घर में ही रोजगार मिलेगा. स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रवासी मजदूरों को लॉकडाउन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार मिले बजट में इसका प्रावधान होनी चाहिए.
स्कूली शिक्षा को लेकर उम्मीदें
कुछ लोगों को स्कूली शिक्षा को लेकर बजट सत्र से उम्मीदें हैं. लोगों ने हर क्षेत्र में बच्चे को स्कूल से ही प्रारंभिक शिक्षा से ही स्वरोजगार को लेकर शिक्षा की व्यवस्था दिए जाने की मांग की. चाहे वह खेल क्षेत्र हो, तकनीकी क्षेत्र हो या शिक्षा के क्षेत्र में हो. कुछ लोगों का कहना है कि तकनीकी शिक्षा के बाद झारखंड में रोजगार नहीं मिल पाता है और बच्चे बाहर जाने को मजबूर हो जाते है. कल-कारखाना लगे और तकनीकी शिक्षा के बाद रोजगार उपलब्ध हो.
कौशल प्रशिक्षण केंद्र को बढ़ावा
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने उम्मीद जताई कि बजट सत्र में कौशल प्रशिक्षण केंद्र को बढ़ावा देने का बढ़ावा देने का प्रावधान करना चाहिए. जिससे नौजवान आत्मनिर्भर बन सके और उनके रोजगार की व्यवस्था झारखंड में उपलब्ध हो. झारखंड सरकार की बजट में प्रवासी मजदूरों को लेकर जामताड़ा के लोगों ने ईटीवी भारत से की साझा.
झारखंड सरकार की बजट से आम लोगों को उम्मीद है कि सरकार ने जो वादा किया था वो पूरा होगा और सरकार काम करेगी. अब देखना यह है कि लोगों को बजट सत्र में जितनी उम्मीदें है, उसमें हेमंत सरकार कितना खरा उतर पाती है.