जामताड़ा: कोरोना पूरे देश में कहर बरपा रहा है. इसका असर अब ईद जैसे बड़े त्योहार में साफ दिखने लगा है. जामताड़ा के बाजार तो सेवई से भरे पड़े हैं, लेकिन खरीदारों का अकाल पड़ गया है.
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कोरोना को लेकर ईद के बाजारों में भी पड़ा प्रभाव
जामताड़ा में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव का असर ईद के बाजारों में भी देखी जा रही है. इस बार ईद का त्योहार काफी फीका पड़ने की संभावना है. ईद में सेवई की दुकान तो लग गई है, लेकिन खरीदार नहीं पहुंच रहे हैं.
क्या कहते हैं लोग
लोगों का कहना है कि इस बार ईद का त्योहार खुशी का जो त्योहार है. वह घरों में ही मनाने की तैयारी है. कपड़े की सभी दुकान बंद है. लोग कपड़े नहीं ले पा रहे हैं.
लोगों से घर में ईद मनाने की अपील
कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए सरकार ने गाइडलाइन जारी किया है. राज्य में स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह मनाया जा रहा है. सरकार के जारी किए गए गाइडलाइन को कड़ाई से पालन करने को लेकर प्रशासन सख्ती कर रहा है. इसके साथ ही प्रशासन ने मुस्लिम समुदाय के लोगों से घरों में ही ईद मनाने की अपील की है. जिसकी वजह से भी लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं.
ईद में सेवई का है काफी महत्व
ईद के त्योहार में सेवई का काफी महत्व है. दूध में सेवई बनाकर मुंह मीठा कर एक दूसरे को मुबारकबाद देते हैं. लेकिन इस कोरोना संक्रमण के प्रभाव के कारण इसकी बिक्री पर भी काफी प्रभाव पड़ा है. बाजारों में खरीदारों का अकाल पड़ गया है.
क्या कहते हैं सेवई विक्रेता
सेवई के बिक्री करने वाले दुकानदारों का कहना है कि पहले की तरह जितना उत्साह के साथ सेवई लोग खरीदते थे. उतनी बिक्री नहीं हो पा रही है. गांव के लोग शहर नहीं आ पा रहे हैं.