जामताड़ा: रेलवे साइडिंग में अपनी मांग को लेकर चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक कोयले की ढुलाई कर रहे डंपर चालक और मालिकों का हड़ताल खत्म हो गया है.
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क्या है मामला
दरअसल, जामताड़ा रेलवे साइडिंग में चितरा कोलियरी से करीब 500 संख्या में डंपर से कोयले की ढुलाई की जाती है. जिसमें अधिकतर डंपर अनफिट हैं या तो बिना कागज बिना नियम कानून के परिचालन किया जाता है और क्षमता से अधिक कोयला लोड कर ढुलाई की जाती है. जिसमें रास्ते में कोयले की भी चोरी कर तस्करी भी की जाती है.
हड़ताल पर उतरे
जिला प्रशासन ने अनफिट ओवरलोड चलने वाली गाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के बाद डीटीओ ने तीन डंपर को पकड़ा और जुर्माना किया. इसके बाद सभी डंपर चालक और मालिकों में हड़कंप मच गया और सिर्फ डीजल मूल्य वृद्धि का बहाना बनाकर कोयले की ढुलाई ठप कर हड़ताल पर चले गए.
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समर्थन में उतरे विधायक
चितरा कोलियरी से जामताड़ा रेलवे साइडिंग तक अवैध रूप से बिना कागज, बिना परमिट अनफिट ओवरलोड चलने वाली डंपर चालक और मालिकों के समर्थन में जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी और सारठ विधानसभा के विधायक रणधीर सिंह भी सामने आए और जिला प्रशासन पर दबाव बनाना शुरू कर दिया.
हड़ताल को देखते हुए जिला प्रशासन ने बुलाई बैठक
कोयले की ढुलाई ठप होने और डंपर चालक के हड़ताल को लेकर समस्या और निपटारे के लिए जामताड़ा जिला प्रशासन ने शुक्रवार को जिला समाहरणालय भवन के सभागार में सभी डंपर चालक, डंपर मालिक, चितरा कोलियरी के प्रबंधक, पदाधिकारी, ट्रांसपोर्टर के साथ बैठक की. बैठक में सारठ विधानसभा के विधायक रणधीर सिंह और जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी दोनों शामिल हुए.