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कर्माटांड़ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में कब आते हैं डॉक्टर, तलाश रहे लोग - कर्माटांड़ डायग्नोस्टिक सेंटर

कर्माटाड़ प्रखंड के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है. यहां डॉक्टर की मनमानी से लोगों को सुविधा नहीं मिल पा रही है. लोग परेशान हैं.

Additional Primary Health Center of Karmatand
कर्माटांड़ का अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
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Published : Mar 23, 2022, 7:16 PM IST

जामताड़ा: कर्माटाड़ प्रखंड के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है. यह स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ की कमी की समस्या से जूझ रही है. इससे लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. लोगों का कहना है यहां डॉक्टर कब आते हैं, कब जाते हैं किसी को पता नहीं चल पाता. स्वास्थ्य केंद्र की साफ-सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं है. स्वास्थ्य केंद्र में एक एंबुलेंस भी नहीं रहती कि जरूरत पड़े तो मरीजों को यहां लाया जा सके. यहां असुविधाओं के चलते लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है.

ये भी पढ़ें-जामताड़ा के इस गांव में स्वास्थ्य सुविधा से महरूम हैं ग्रामीण, अस्पताल बना जानवरों का अड्डा

समाजसेवी महेंद्र मंडल का कहना है डायग्नोस्टिक सेंटर में जगह-जगह गंदगी पसरी रहती है. साफ-सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है. सभी बेड खाली पड़े रहते हैं. कहने के लिए यहां डॉक्टर पदस्थापित हैं लेकिन अस्पताल कब आते हैं, कब जाते हैं किसी को पता ही नहीं चल पाता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि यह नाम मात्र का अस्पताल है. न यहां डॉक्टर रहते हैं और न ही नर्स समय पर मिलती हैं.

देखें पूरी खबर
नीम हकीम झोलाछाप के भरोसेः स्थानीय लोगों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की सुविधा नहीं मिलने से सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को होती है. प्रखंड के लोगों को इलाज के लिए नीम हकीम के पास जाना पड़ता है. जो सामर्थ्यवान लोग हैं वे कहीं भी इलाज करा लेते हैं, लेकिन गरीबों को इससे परेशानी होती है. उन्हें इलाज के लिए पैसे जुटाने में अधिक दिक्कत होती है.

जामताड़ा सिविल सर्जन डॉ. एसके मिश्रा का कहना है कि जामताड़ा के कर्माटांड़ के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की सुविधा नहीं मिलने पर जब जिले के सिविल सर्जन से सवाल पूछा गया तो उन्होंने चिकित्सक की कमी का रोना रोया. उनका कहना था कि एक चिकित्सक ही पदस्थापित है. इससे ओपीडी चलती है. साथ ही आपातकालीन कॉल पर डॉक्टर उपलब्ध होते हैं.

जामताड़ा: कर्माटाड़ प्रखंड के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र की स्थिति ठीक नहीं है. यह स्वास्थ्य केंद्र स्टाफ की कमी की समस्या से जूझ रही है. इससे लोगों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. लोगों का कहना है यहां डॉक्टर कब आते हैं, कब जाते हैं किसी को पता नहीं चल पाता. स्वास्थ्य केंद्र की साफ-सफाई व्यवस्था भी ठीक नहीं है. स्वास्थ्य केंद्र में एक एंबुलेंस भी नहीं रहती कि जरूरत पड़े तो मरीजों को यहां लाया जा सके. यहां असुविधाओं के चलते लोगों को इलाज के लिए निजी अस्पतालों की शरण लेनी पड़ती है.

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समाजसेवी महेंद्र मंडल का कहना है डायग्नोस्टिक सेंटर में जगह-जगह गंदगी पसरी रहती है. साफ-सफाई व्यवस्था ठीक नहीं है. सभी बेड खाली पड़े रहते हैं. कहने के लिए यहां डॉक्टर पदस्थापित हैं लेकिन अस्पताल कब आते हैं, कब जाते हैं किसी को पता ही नहीं चल पाता है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को लेकर स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि यह नाम मात्र का अस्पताल है. न यहां डॉक्टर रहते हैं और न ही नर्स समय पर मिलती हैं.

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नीम हकीम झोलाछाप के भरोसेः स्थानीय लोगों का कहना है कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की सुविधा नहीं मिलने से सबसे ज्यादा परेशानी गरीबों को होती है. प्रखंड के लोगों को इलाज के लिए नीम हकीम के पास जाना पड़ता है. जो सामर्थ्यवान लोग हैं वे कहीं भी इलाज करा लेते हैं, लेकिन गरीबों को इससे परेशानी होती है. उन्हें इलाज के लिए पैसे जुटाने में अधिक दिक्कत होती है.

जामताड़ा सिविल सर्जन डॉ. एसके मिश्रा का कहना है कि जामताड़ा के कर्माटांड़ के अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की सुविधा नहीं मिलने पर जब जिले के सिविल सर्जन से सवाल पूछा गया तो उन्होंने चिकित्सक की कमी का रोना रोया. उनका कहना था कि एक चिकित्सक ही पदस्थापित है. इससे ओपीडी चलती है. साथ ही आपातकालीन कॉल पर डॉक्टर उपलब्ध होते हैं.

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