जामताड़ा: जिले के नारायणपुर प्रखंड स्थित पशु चिकित्सालय में नियमित रूप से डॉक्टर नहीं रहते हैं, जिसके कारण पशुपालकों को काफी परेशानी का सामना पड़ता है. इस मामले की जानकारी विभाग के अधिकारियों को अब तक नहीं है.
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चैनपुर में पशुपालकों के लिए पशु चिकित्सालय की व्यवस्था की गई है, जहां डॉक्टर सहित स्टाफ भी पदस्थापित हैं, लेकिन नियमित रूप से डॉक्टर नहीं रहते हैं, जिसके कारण पशुपालकों को अपने मवेशी के इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है. पशु चिकित्सालय में पदस्थापित डॉक्टर को सप्ताह में 2 दिन रहना है और मवेशियों का इलाज करना है. पशुपालकों का कहना है कि पशु चिकित्सालय में महीने में एक-दो दिन ही डॉक्टर पहुंचते हैं और वो कब आते हैं जाते हैं किसी को पता भी नहीं चल पाता है.
क्या कहते हैं जिला पशुपालन पदाधिकारी
इस मामले को लेकर जब जिला पशुपालन पदाधिकारी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि नारायणपुर प्रखंड पशु चिकित्सालय में पदस्थापित डॉक्टर हमेशा रहते हैं, रात में वहां रहने की व्यवस्था नहीं होने के कारण वो चले जाते हैं, कभी कभार चिकित्सालय में डॉक्टर नहीं रहने पर वहां पर स्टाफ मवेशियों का इलाज करते हैं.