जामताड़ा: जिले में रेलवे ओवरब्रिज निर्माण कार्य को लेकर बनाई गई डायवर्जन सड़क आम लोगों के लिए जी का जंजाल बन गई है. सड़क से उड़ रही धूल से जहां लोगों प्रदूषण से जूझ रहे हैं. वहीं, जान जोखिम में डालकर आना-जाना पड़ रहा है लेकिन इसके प्रति न रेल प्रशासन गंभीर है और न स्थानीय प्रशासन ही संवेदनशील है.
दो जगह करोड़ों की लागत से बन रहा है ओवर ब्रिज
जाम से मुक्ति और लोगों के आवागमन को सुलभ करने को लेकर करोड़ों की लागत से जामताड़ा से मिहिजाम के बीच 419 राष्ट्रीय राजमार्ग पर रेलवे की ओर से करोड़ों की लागत से वर्षों से ओवरब्रिज निर्माण कार्य किया जा रहा है. यह ओवरब्रिज निर्माण कार्य कब पूरा होगा कहना कठिन है लेकिन इस निर्माण कार्य को लेकर आने जाने के लिए डायवर्जन बनाया गया है जो कि जैसे-तैसे बना दिया गया है. जानकारी के मुताबिक जो प्रावधान है, उसके मुताबिक डायवर्जन सड़क नहीं बनाई गई है. न इस सड़क में पानी का छिड़काव किया जाता है और न ही इसकी ढंग से मरम्मत ही की जाती है.
ये भी पढ़ें-साहिबगंज: गंगा नदी में मिली दुर्लभ प्रजाति की मछली, वजन 140 किलो
आए दिन होती है दुर्घटना
डायवर्सन की सड़क में आए दिन लोगों को दुर्घटना का शिकार भी होना पड़ता है. आने जाने वाले राहगीर बताते हैं कि दो पहिया वाहन चालकों को काफी परेशानी होती है और दुर्घटना होती रहती है, लोग यहां गिरते-रहते हैं. स्थानीय समाजसेवियों का कहना है कि डायवर्जन सड़क से धूल उड़ती है और इससे लेकर उनके स्वास्थ्य पर भी काफी प्रभाव पड़ रहा है.
दुमका सांसद ने समाधान का दिया आश्वासन
डायवर्सन के सड़क से लोग हो रहे इस परेशानी और उड़ रहे धूल और प्रदूषण की समस्या को लेकर दुमका लोकसभा सांसद सुनील सोरेन ने गंभीरता से लिया है. सांसद सुनील सोरेन ने कहा है कि जामताड़ा आने के क्रम में इसे लेकर उन्हें शिकायत मिली है. शीघ्र ही इस समस्या का समाधान करने का प्रयास करेंगे.