ETV Bharat / state

जामताड़ा में दीदी बाड़ी योजना से लाभुकों को हो रहा नुकसान, अधिकारी कर रहे खानापूर्ति - जामताड़ा में दीदी बाड़ी योजना की खबर

जामताड़ा में दीदी बाड़ी योजना के नाम पर लूट मची है. अधिकारी खानापूर्ति कर पल्ला झाड़ रहे हैं. लेकिन इन सब में नुकसान योजना के लाभुकों को हो रहा है.

didi bari scheme become fraud in jamtara
लाभुक का बाड़ी
author img

By

Published : Nov 4, 2020, 11:12 AM IST

जामताड़ा: जिले में दीदी बाड़ी योजना महज एक खानापूर्ति बनकर रह गई है. योजना के नाम पर पदाधिकारी ही खानापूर्ति कर रहे हैं. लाभुकों के बाड़ी में लगे पौधे को ही उखाड़ कर उसी को रोप कर दिखाया जा रहा है. इसका नतीजा जो पौधा तैयार हो रहा था वह भी मर रहा है.

देखें पूरी खबर

जामताड़ा प्रखंड का यह मामला है, जहां दुलारी सोरेन की बाड़ी में लगे सब्जियों को दीदी बाड़ी योजना के नाम पर टमाटर और बैंगन के पौधों को उखाड़ कर फिर उसी पौधे को रोप कर दिखा दिया गया और दो पपीता नाम के लिए दिया गया. लाभुक दुलारी सोरेन और गांव के लोगों का कहना है कि उसके बाड़ी में पहले से टमाटर और बैगन लगे हुए थे, लेकिन पदाधिकारी लोग आकर दीदी बाड़ी योजना के नाम पर उसके लगे पौधे को ही उखाड़ लिया और फिर से उसी पौधे को लगा दिया जो कि अब मर रहा है.

खानापूर्ति कर रहे पदाधिकारी
सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और कुपोषण से मुक्ति पाने को लेकर दीदी बड़ी योजना की शुरुआत की है. जिसके तहत महिलाएं अपने किचेन के बाहर बाड़ी में हरी सब्जी, पौधे लगाकर आत्मनिर्भर भी बन सकती हैं और रोजगार भी कर सकती हैं. इसके लिए सरकार पैसे भी खर्च कर रही है, लेकिन जामताड़ा में इस योजना के नाम पर पदाधिकारी महज खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं.

भाजपा ने इस योजना को लूट खसोट योजना दिया करार
भाजपा के जिला महामंत्री ने इस दीदी बाड़ी योजना को लूट खसोट योजना करार दिया है. उन्होंने कहा कि जामताड़ा के पदाधिकारी सरकार की इस योजना के नाम पर सिर्फ गलत करने का काम कर रहे हैं. आदिवासी महिला जो पहले से अपनी बाड़ी में टमाटर, बैगन पौधा लगाए हुए है, उसी को उखाड़ कर फिर से रोपा जा रहा है, जिससे उनको नुकसान हो रहा है और पदाधिकारी वाहवाही लेने में लगे हुए हैं.

ये भी पढ़े- बाबा नगरी में सड़कों की हालत जर्जर, आवागमन में लोगों को हो रही परेशानी

डीडीसी ने मिलने से किया इनकार
इस योजना के बारे में जब जामताड़ा जिले के उप विकास आयुक्त के कार्यालय में जाकर उनसे मिलने का प्रयास किया गया और जानकारी लेने की कोशिश की गया तो उनके कर्मचारियों ने यह कहा कि साहब बोले हैं कि अभी उनके पास समय नहीं है, नहीं मिल सकते हैं.

जामताड़ा: जिले में दीदी बाड़ी योजना महज एक खानापूर्ति बनकर रह गई है. योजना के नाम पर पदाधिकारी ही खानापूर्ति कर रहे हैं. लाभुकों के बाड़ी में लगे पौधे को ही उखाड़ कर उसी को रोप कर दिखाया जा रहा है. इसका नतीजा जो पौधा तैयार हो रहा था वह भी मर रहा है.

देखें पूरी खबर

जामताड़ा प्रखंड का यह मामला है, जहां दुलारी सोरेन की बाड़ी में लगे सब्जियों को दीदी बाड़ी योजना के नाम पर टमाटर और बैंगन के पौधों को उखाड़ कर फिर उसी पौधे को रोप कर दिखा दिया गया और दो पपीता नाम के लिए दिया गया. लाभुक दुलारी सोरेन और गांव के लोगों का कहना है कि उसके बाड़ी में पहले से टमाटर और बैगन लगे हुए थे, लेकिन पदाधिकारी लोग आकर दीदी बाड़ी योजना के नाम पर उसके लगे पौधे को ही उखाड़ लिया और फिर से उसी पौधे को लगा दिया जो कि अब मर रहा है.

खानापूर्ति कर रहे पदाधिकारी
सरकार ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और कुपोषण से मुक्ति पाने को लेकर दीदी बड़ी योजना की शुरुआत की है. जिसके तहत महिलाएं अपने किचेन के बाहर बाड़ी में हरी सब्जी, पौधे लगाकर आत्मनिर्भर भी बन सकती हैं और रोजगार भी कर सकती हैं. इसके लिए सरकार पैसे भी खर्च कर रही है, लेकिन जामताड़ा में इस योजना के नाम पर पदाधिकारी महज खानापूर्ति करने में लगे हुए हैं.

भाजपा ने इस योजना को लूट खसोट योजना दिया करार
भाजपा के जिला महामंत्री ने इस दीदी बाड़ी योजना को लूट खसोट योजना करार दिया है. उन्होंने कहा कि जामताड़ा के पदाधिकारी सरकार की इस योजना के नाम पर सिर्फ गलत करने का काम कर रहे हैं. आदिवासी महिला जो पहले से अपनी बाड़ी में टमाटर, बैगन पौधा लगाए हुए है, उसी को उखाड़ कर फिर से रोपा जा रहा है, जिससे उनको नुकसान हो रहा है और पदाधिकारी वाहवाही लेने में लगे हुए हैं.

ये भी पढ़े- बाबा नगरी में सड़कों की हालत जर्जर, आवागमन में लोगों को हो रही परेशानी

डीडीसी ने मिलने से किया इनकार
इस योजना के बारे में जब जामताड़ा जिले के उप विकास आयुक्त के कार्यालय में जाकर उनसे मिलने का प्रयास किया गया और जानकारी लेने की कोशिश की गया तो उनके कर्मचारियों ने यह कहा कि साहब बोले हैं कि अभी उनके पास समय नहीं है, नहीं मिल सकते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.